Vivah Muhurat 2024: हिंदू धर्म में विवाह को 16 संस्कारों में से एक माना जाता है। इसके लिए पहले शुभ मुहूर्त देखा जाता है। बिना मुहूर्त के विवाह नही किया जाता। इस बार साल 2024 में मई-जून में शादी नहीं होगी।
Khatushyam Mela 2024 Start Date: भगवान खाटू श्याम के प्रसिद्ध लक्खी मेला 11 मार्च, सोमवार से शुरू हो चुका है। 11 दिनों तक चलने वाले इस मेले में इस बार 1 करोड़ से ज्यादा लोगों के आने का अनुमान है।
interesting fact of Khar Maas 2024: हम अक्सर खर मास के बारे में सुनते हैं, लेकिन ये क्या है और इसका महत्व क्या है, इसके बारे में कम ही लोग जानते हैं। आज हम आपको खर मास से जुड़ी हर खास बात बता रहे हैं।
2024 ka Pahla Chandra Grahan Kab Hai: वैसे तो चंद्र व सूर्य ग्रहण खगोलीय घटनाएं हैं, लेकिन हिंदू धर्म में इसे धर्म और ज्योतिष से जोड़कर भी देखा जाता है। साल 2024 का पहला चंदग्रहण मार्च के अंतिम सप्ताह में होगा।
Kab Se Shuru Hoga Ramadan 2024: इस्लाम में रमजान को बहुत ही पवित्र महीना माना जाता है। मान्यता है कि इसी महीने में पवित्र कुरान धरती पर उतरी थी। इस महीने में मुस्लिम धर्म के लोग रोजा यानी उपवास रखते हैं।
हिंदू धर्म ग्रंथों में लाइफ मैनेजमेंट के अनेक सूत्र बताए गए हैं। इन सूत्रों में कईं गहरी बातें बताई गई है, जो आज के समय में भी प्रासंगिक है। इन बातों का ध्यान रख हर तरह की परेशानी से बचा जा सकता है।
Mahakal Ujjain Pics: मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित महाकालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि का पर्व शिव-पार्वती विवाह उत्सव के रूप में मनाया जाता है। 9 दिनों तक चलने वाले उत्सव में रोज महाकाल का आकर्षक श्रृंगार किया जाता है।
Mahashivratri 2024: इस बार महाशिवरात्रि पर्व 8 मार्च, शुक्रवार को मनाया जा रहा है। महाशिवरात्रि पर रात्रि पूजा का विशेष महत्व धर्म ग्रंथों में बताया गया है। इसके पीछे एक खास कारण छिपा है, जिसके बारे में कम ही लोग जानते हैं।
Maha shivratri 2024: उत्तर प्रदेश में अनेक विश्व प्रसिद्ध मंदिर हैं, इन्हीं में से एक है काशी विश्वनाथ। ये मंदिर इसलिए भी खास है क्योंकि ये 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यहां भगवान शिव देवी पार्वती के साथ ज्योतिर्लिंग स्वरूप में निवास करते हैं।
Mahakal Ujjain Live Darshan: देश भर में भगवान के 12 प्रमुख ज्योतिर्लिंग हैं, इनमें तीसरा है महाकालेश्वर, जो मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित है। इस मंदिर की कुछ परंपराएं बहुत ही खास हैं। ये एकमात्र दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग भी है।