अकाल मृत्यु का अर्थ असमय मौत हो जाना है। गरुण पुराण के मुताबिक भूख से पीड़ित होकर, हत्या किए जाने पर, फांसी लगाकर, जहर खाकर, आग से जलकर, पानी में डूबकर, सांप के काटने से, दुर्घटना में, गंभीर बीमारी, आत्महत्या में मौत को अकाल मृत्यु माना गया है।
Astro Upay Year 2024: साल 2024 के पहले दिन यानी 1 जनवरी को कुछ खास उपाय करने से पूरे साल घर-परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहेगी। ये उपाय बहुत ही आसान हैं, जिन्हें कोई भी कर सकता है।
Ayodhya Ram Temple Facts: अयोध्या राम मंदिर लगभग बनकर तैयार है। 22 जनवरी 2024 को भव्य कार्यक्रम के दौरान इसका उद्घाटन होने जा रहा है। राम मंदिर बनाने में पत्थर, लकड़ी आदि कईं चीजों का उपयोग किया गया है।
Life management of husband and wife: धर्म ग्रंथों में पति-पत्नी से जुड़े कई नियम बताए गए हैं। इन नियमों के अंतर्गत ये भी बताया गया है कि पति को कौन-से काम पत्नी के बिना नहीं करना चाहिए। जानें कौन-से हैं वो 4 काम?
Kab Hai Tulsi Pujan Diwas 2023: हिंदू धर्म ग्रंथों में तुलसी का विशेष महत्व बताया गया है। इसलिए लगभग हर घर में तुलसी का पौधा जरूर होता है। हर साल 25 दिसंबर को तुलसी पूजन दिवस मनाया जाता है। इस दिन तुलसी की पूजा विशेष रूप से होती है।
Chanakya Niti Life Management: आचार्य चाणक्य ने अपने ग्रंथों में लाइफ मैनेजमेंट के अनेक सूत्र बताए हैं। आचार्य चाणक्य ने ये भी बताया है कि कौन-से 4 काम करने के बाद नहानी जरूरी है, ऐसा न करने से बुरे परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।
Shani Sadesati- dhaiya 2024: शनि की साढ़ेसाती और ढैया का नाम सुनते ही लोगों के मन में भय उत्पन्न हो जाता है। साल 2024 में किस राशि पर शनि की साढ़ेसाती रहेगी और किन राशियों पर ढैया का असर होगा? आगे जानिए इससे बचने के उपाय भी…
kab hai Veer Bal Diwas 2023: सिक्ख धर्म गुरुओं ने हिंदू धर्म की रक्षा के लिए कई बार बलिदान दिया। सिक्खों के अंतिम गुरु गोविंद सिंह के बेटों की याद में हर साल दिसंबर मास में वीर बाल दिवस मनाया जाता है।
Who celebrated the first Christmas? हर साल 25 दिसंबर को क्रिसमस फेस्टिवल पूरी दुनिया में बड़ी ही धूम-धाम से मनाया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं क्रिसमस फेस्टिवल सबसे पहले कहां मनाया गया, कैसी हुई इस त्योहार की मनाने की शुरूआत?
Interesting facts of Mahabharata: जब दुर्योधन के कहने पर दु:शासन ने द्रौपदी का चीरहरण किया था, तो भीम ने प्रतिज्ञा ली थी कि वे युद्ध में दु:शासन का छाती का खून पीएंगे। ये प्रतिज्ञा उन्होंने पूरी भी की, लेकिन इससे जुड़े कुछ तथ्य लोगों को पता नहीं है।