Dhanteras 2024 Tradition: हिंदू धर्म में हर त्योहार से कोई न कोई परंपरा जरूर जुड़ी होती है। धनतेरस भी ऐसा ही एक त्योहार है। धनतेरस पर बर्तन खरीदने की परंपरा है। इस परंपरा के पीछे कईं कारण छिपे हैं।
Diwali 2024: दिवाली की शाम को लक्ष्मी पूजा करने की परंपरा है। लक्ष्मी पूजा करते समय कपड़ों का रंग भी धर्म के अनुकूल होना चाहिए। नहीं तो पूजा का पूरा फल नहीं मिलता।
Dhanteras 2024 Upay: इस बार धनतेरस का पर्व 29 अक्टूबर, मंगलवार को मनाया जाएगा। इस दिन यदि कुछ खास चीजें घर में लाई जाएं तो पूरे साल पैसों की कमी नहीं होती और सुख-समृद्धि बनी रहती है।
Diwali 2024: इस बार दीपावली पर्व 31 अक्टूबर, गुरुवार को मनाया जाएगा। इस दिन कुछ काम भूलकर भी नहीं करना चाहिए नहीं तो धन की देवी महालक्ष्मी आपसे नाराज हो सकती है।
Dhanteras 2024 Shubh Muhurat: इस बार धनतेरस का पर्व 29 अक्टूबर, मंगलवार को मनाया जाएगा। ये दिन खरीदी के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है। इस दिन धन्वंतरि पूजा और यम दीपदान करने का विधान भी है।
Chankya Niti: आचार्य चाणक्य भारत के महान विद्वान थे। उन्होंने अपनी एक नीति में बताया है कि किन घरों में देवी लक्ष्मी स्वयं चली आती हैं। जिससे उन घरों में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है।
Diwali 2024: देवी लक्ष्मी की एक बहन भी है, जिनके बारे में कम ही लोगों को पता है। खास बात ये है कि देवी लक्ष्मी की ये बहन मालामाल को भी कंगाल बना देती हैं। इसलिए कोई इनकी पूजा नहीं करता।
Dhanteras 2024 Shubh Muhurat: दीपावली उत्सव की शुरूआत धनतेरस से होती है। धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा का महत्व है। साथ ही इस दिन यमराज को प्रसन्न करने के लिए दीपदान भी किया जाता है।
Diwali 2024: दिवाली की रात तंत्र-मंत्र के लिए बहुत ही खास मानी गई है। इसलिए इसे कालरात्रि भी कहा जाता है। दिवाली की रात पश्चिम बंगाल के एक श्मशान में विशेष तंत्र क्रियाएं होती है। यहां दूर-दूर से तांत्रिक आते हैं।
Interesting facts about Mahabharata: महाभारत में कईं ऐसी कथाएं हैं जिनके बारे में कम ही लोगों को पता है। ये बात तो सभी जानते हैं कि भगवान परशुराम भीष्म के गुरु थे, लेकिन ऐसा क्या हुआ कि ये दोनों महापुरुष एक-दूसरे के सामने युद्ध के लिए खड़े हो गए।