झारखंड के विभिन्न हिस्सों में बिजली गिरने से पिछले दो दिनों में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई। झारखंड सरकार बिजली गिरने से मारे गए व्यक्ति के परिवार को चार लाख रुपए देती है।
झारखंड में पेंशन बुजुर्गों की एक बड़ी टेंशन बनी हुई है। धनबाद जिले के कसमार के एक बुजुर्ग को सरकारी कागजों में मार दिया गया है। 70 वर्षीय से बुजुर्ग अब अधिकारियों के आगे-पीछे खुद के जीवित होने की दुहाई देता घूम रहा है।
इस तस्वीर ने एक बार फिर झारखंड में गरीब बुजुर्गों को वृद्धा पेंशन के लिए 'जलील और परेशान' करने का मामला उजागर किया है। लातेहार की लाचार वृद्ध लालो कारवाईन को बैंक वालों ने 'सिस्टम' का हवाला देकर इतने चक्कर कटवाए कि उसके आंसू निकल पड़े।
लड़की की 11 दिन बाद शादी थी, वह दुल्हन बनकर डोली में विदा होने वाली थी। लेकिन अब मंडप वाले घर से अर्थी निकलेगी। क्योंकि . झारखंड के पलामू जिले में एक प्रेमी जोड़े के शव फंदे से लटके मिलने से हड़कंप मच गया है।
झारखंड के रांची से अनोखा मामला सामने आया है। जहां रिम्स अस्पताल में एक महिला ने एक साथ 5 बच्चों को जन्म दिया है। महिला की शादी के 7 साल हो गए थे, वह एक संतान के लिए डॉक्टर से लेकर मंदिर तक जाकर मन्नत मांग रही थी।
झारखंड के जमेशदपुर शहर के गैर कंपनी इलाकों में भीषण गर्मी के बीच घंटों बिजली कटौती ने हाहाकार मचा दिया है। तमाम इलाकों में 10 से 12 घंटे तक की बिजली कटौती की जा रही है। मई में इतनी लंबी बिजली कटौती ने लोगों में आक्रोश भी पैदा कर दिया है।
NIA द्वारा प्रतिबंधित PLFI के स्वयंभू सुप्रीमो दिनेश गोपे उर्फ कुलदीप यादव उर्फ बड़कू की गिरफ्तारी के बाद कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। झारखंड के इस टॉप नक्सली कमांडर बड़कू के खिलाफ झारखंड, बिहार और ओडिशा में 102 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं।
झारखंड के कुख्यात नक्सली पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट आफ इंडिया (PLFI) दिनेश गोप को NIA (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) ने नेपाल से अरेस्ट किया हैं। पिछले दो दशक से पुलिस के साथ आंख मिचौली खेल रहे इस दुर्दांत नक्सली…
झारखंड में नक्सलियों के सफाए के लिए लगातार सुरक्षाबलों द्वारा सर्च अभियान चलाए जा रहे हैं। इसी दौरान रविवार के दिन भी पश्चिमी सिंहभूम शहर में रविवार के दिन चल रहे रहे सर्च ऑपरेशन के दौरान 3 पावरफुल आईईडी बरामद किए। टीम ने इन्हें डिफ्यूज किया।
लंबे समय से जंजीरों में बांधकर रखी गई 11 साल की मानसिक रोगी बच्ची को आखिरकार छुटकारा मिल गया है। प्रशासन ने बच्ची का मुफ्त में इलाज कराने और परिवार को आर्थिक सहायता मुहैया कराने का भरोसा दिया है।