मिलिए ये हैं झारखंड के दूसरे IAS छवि रंजन; जो घोटाले में पकड़े गए हैं। 2000 बैच की IAS पूजा सिंघल के बाद छवि रंजन ऐसे IAS ऐसे हैं, जिन्हें जेल की हवा खानी पड़ रही है। छवि रंजन झारखंड कैडर के 2011 बैच की IAS अधिकारी हैं।
झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक शख्स को सांप ने डस लिया, तो वो सांप को पकड़कर अस्पताल पहुंच गया। समय रहते इलाज मिलने से उसकी जान बच गई।
UPSC एग्जाम की तैयारी करने वाले प्रतिभागियों के लिए कभी झारखंड कैडर-2011 बैच के युवा IAS छवि रंजन आइडल माने जाते थे, अब वे 'विलेन' बनकर उभरे हैं। जमीन घोटाले में गिरफ्तार छवि रंजन को रांची की स्पेशल PMLA कोर्ट ने 6 दिनों की ED रिमांड पर भेज दिया है।
झारखंड से तस्करी करके बेंगलुरु ले जाई गईं 11 लड़कियों को छुड़ाकर 5 मई को रांची पहुंचाया गया। पुलिस के आधिकारिक बयान में कहा गया कि विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह (PVTG) पहाड़िया जनजाति से संबंधित नाबालिग टार्गेट पर हैं।
झारखंड के लातेहार जिले में हाथियों के झुंड ने तीन साल की बच्ची सहित एक ही परिवार के तीन सदस्यों को कुचल कर मार डाला। घटना गुरुवार की रात करीब 1.30 बजे सामने आई। हालांकि मामला शुक्रवार सुबह सामने आया।
अक्सर शादी समारोह में विवाद की खबरें आती रहती हैं। मगर स्थिति इतनी बिगड़ जाए कि हालात कश्मीर जैसे हो जाए तो विश्वास नहीं होता है। पर गिरिडीह के पतरोडीह में ऐसा ही हुआ। विवाह समारोह में एक युवक ने गर्म पूड़ी मांगी…
झारखंड के लातेहार में काला जादू करने के आरोप में एक बुजुर्ग दंपत्ति की पीट पीटकर हत्या कर दी गई। हैरान करने वाली बात यह है कि पहले इस बुजुर्ग दंपत्ति को जबरन खींचकर गांव की पंचायत में ले जाया गया।
रांची के शराब कारोबारी वैभव अग्रवाल बीते दो दिनों से लापता हैं। छानबीन के दौरान पुलिस ने उनकी कार से एक पर्ची बरामद की है। जिस पर कर्ज का जिक्र करते हुए लिखा गया है कि उन पर लोगों का बहुत अधिक बकाया है। वह उनके पैसे वापस नहीं कर पा रहे हैं।
सावधान हो जाइए! यदि आपका बच्चा बाइक चलाता है, तो यह खबर आपके लिए है। ऐसे बच्चों की जांच होगी जो बाइक से स्कूल जाते हैं। यदि वह बच्चे तेज ड्राइविंग करते हैं या साइलेंसर मॉडिफाई कर बाइक चलाते हुए पकड़े जाते हैं तो…
दुनियाभर के आदिवासी अपनी अजीब और दिलचस्प परंपराओं को कारण सुर्खियों में रहते हैं। अगर झारखंड की बात की जाए, तो यहां रहने वाले आदिवासियों में भी शादियों को लेकर एक विचित्र परंपरा चली जा रही है। कुछ गांवों के लोग आपस में शादी नहीं करते।