सुकमा, छत्तीसगढ़. साहस उम्र से नहीं आता। साहस हम सबके अंदर होता है। कुछ लोग उसे जुटाकर असंभव को भी संभव बना लेत हैं। वहीं ज्यादातर लोग भाग्य भरोसे बैठे रहते हैं। यह कहानी ऐसी ही बहादुर बिटिया की है। इस लड़की का नाम है सोड़ी भीमे। नाम से ही समझा जा सकता है कि यह बच्ची आदिवासी है। एक ऐसे माहौल में जन्मी, जहां विकास धीमी गति से हो रहा है। इस बच्ची के एक पैर नहीं है। लेकिन अब एक पैर ही इसका संबल है। यह लड़की बहुत अच्छी डांसर है। स्कूल के अलावा आसपास के प्रोग्राम्स में भी यह अपने डांस से लोगों का दिल जीत लेती है। बात तब की है, जब इसकी उम्र महज 3 साल की थी। इसी ठंड का मौसम था। घर के आंगन में आग जल रही थी। अचानक खेलते-खेलते भीमे आग में जा गिरी। इस हादसे में उसका एक पैर पूरी तरह जल गया। इसके बाद मानों इसकी जीवन कठिन हो चला था। लेकिन इसने हिम्मत नहीं हारी और आज सबको हैरान कर रही है।