भव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हो गई। इसके साथ ही देश-दुनिया के करोड़ों रामभक्तों को रामलला के दर्शन हुए। रामलला की मूर्ति को हीरे और माणिक जैसे बेहद कीमती रत्नों से सजाया गया है।
अयोध्या में राम मंदिर दर्शन करने के इच्छुक भक्तों के लिए खुशखबरी है। जल्द ही राम मंदिर अयोध्या में आमजन दर्शन का लाभ ले सकेंगे।
अयोध्या राम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के बाद उनकी फोटो वायरल हो रही है। भव्य श्रृंगार में रामलला की अलौकिक मूर्ति की तस्वीरें यहां देखें।
पीएम मोदी ने श्रमिकों से कहा, 'राम मंदिर का भव्य निर्माण बेहद अद्भुत काम है। अब हमें इस काम को और तेजी से बढ़ाना है। इसके साथ ही सावधानी भी बरतनी है। यह मंदिर अपने आप में ऐतिहासिक है औऱ इसे संवारने का काम आप सभी ने किया है।'
अयोध्या। भव्य राम मंदिर में प्रभु श्रीराम विराज गए हैं। प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के बाद भक्तों को रामलला के अद्भुत रूप से दर्शन हुए। देखें राम मंदिर की खास तस्वीरें जिन्हें आप संभालकर रखना चाहेंगे।
Ram Jyoti: अयोध्या राम मंदिर में रामलला मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह पूर्ण हो चुका है। वहीं सुबह से ही अयोध्या में दीवाली मनाए जाने की तैयारी जारों पर थी। हरि की पैड़ी पर स्कूली बच्चे बहेद आकर्षक तरीके से दीप सजा कर राम ज्योति प्रज्जवलित किये।
अयोध्या में आज यानी 22 जनवरी को राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम पूरा हुआ। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश की जनता को संबोधित किया। उन्होंने अपने वक्तव्य की शुरूआत में दोहे से की।
22 जनवरी को PM मोदी ने अयोध्या में रामलला की प्राण- प्रतिष्ठा पूरी की। 84 सेकेंड के विशेष मुहूर्त में पूजा संपन्न हुई। इसके बाद अपने भाषण के दौरान PM मोदी ने प्रभु श्रीराम से क्षमा मांगी। आखिर क्या है वो वजह कि मोदी को भगवान से मांगनी पड़ी माफी।
Ayodhya Ram Mandir : अयोध्या के भव्य राम मंदिर में शंखनाद और मंत्रोच्चार के बीच रामलला भव्य गर्भगृह में विराजमान हो चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 जनवरी को शुभ मुहूर्त में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की और पूरी रामनगरी राममय हो गई।
राम मंदिर के गर्भगृह में 84 सेकेंड के विशेष मुहूर्त में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा संपन्न हुई। इसके बाद मोदी ने 11 दिन से चले आ रहे उपवास को पूरा किया। राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र के स्वामी गोविंददेव ने भगवान राम का चरणामृत पिलाकर उनका व्रत खुलवाया।