तीसरी क्लास के बच्चे ने दुनिया भर में किया भारत का नाम रोशन, 7 साल की उम्र में पास की MTA की परीक्षा
वीडियो डेस्क। सात साल का एक छोटे से बच्चे से आप क्या उम्मीद कर सकते हैं। क्या आप कभी सोच सकते हैं कि एक 7 साल का बच्चा 10 वीं या 12 वीं की क्लास की किताब को समझ पाए। या सही या गलत में फर्क कर सके।
वीडियो डेस्क। सात साल का एक छोटे से बच्चे से आप क्या उम्मीद कर सकते हैं। क्या आप कभी सोच सकते हैं कि एक 7 साल का बच्चा 10 वीं या 12 वीं की क्लास की किताब को समझ पाए। या सही या गलत में फर्क कर सके। जहां भारत में 5 साल का बच्चा स्कूल जाना सीखता है वहीं उसी भारत में एक 7 साल के बच्चे का बड़ा कारनामा आपको अचरज में डाल देगा। महज तीसरी क्लास में पढ़ने वाले इस बच्चे ने माइक्रोसॉफ्ट टेक्नोलॉजी एसोसिएट की परीक्षा पास की है। नन्ही सी उम्र में इस बच्चे के टैलेंट कोदेख लोगों ने इस बच्चे को वंडर किड का खिताब दिया है। आपको बता दें कि माइक्रोसॉफ्ट प्रौद्योगिकी वैश्विक स्तर पर एक मान्यता प्राप्त सर्टिफिकेट कोर्स है। ओडीशी के बलांगीर जिले के इस वंडर किड का असली नाम है वेंकट रमन पटनायक। वेंकट ने मार्च 19 में व्हाइटहैट जूनियर ज्वाइन की थी और अब तक लगभग 160 क्लास में भाग लिया है। उन्होंने पहले दिन से कोडिंग में अपना इंट्रेस्ट दिखा दिया था और उसी में जुट गए थे। रमन ने जावा (Java), जावास्क्रिप्ट (Javascript), पायथन (Python), एचटीएमएल (HTML), सीएसएस (CSS) और डेटाबेस एडमिनिस्ट्रेशन फंडामेंटल्स (database administration fundamentals) में प्रोग्रामिंग के लिए एमटीए परीक्षा (MTA Exam) क्लियर किया है। वेंकट के शिक्षक जतिंदर कौर ने उसकी उपलब्धि को अपने आप में रेयर यानि दुर्लभ बताया है। दुनिया भर में सात साल के इस फ्यूचर इंजीनियर की चर्चा हो रही है।