इस मौसम में लोगों को हो रहा मलेरिया, डॉक्टर ने बताया मलेरिया होने के तुरन्त बाद क्या करें
वीडियो डेस्क। बारिश के मौसम में मलेरिया होने का खतरा बढ़ जाता है। बहुत लोगों के लिए घर ही सबसे सुरक्षित जगह है। घर पर सब काफी आराम से रहते है और कोई खतरे की सम्भावना नहीं रखते है। परंतु यह सब को पता नहीं रहता की खतरा उनके घर भी मौजूद है। वह खतरा है मच्छर- लोगों के लिए बहुत ही बड़ा खतरा। यह मच्छर काफी सारे रोग फैला सकते है। उनमे से एक खतरनाक रोग है मलेरिया।मलेरिया एक मच्छरों द्वारा फैलाया गया खतरनाक रोग है। यह प्लासमोडियम नामक पैरासाइट से उत्पादित होता है। मच्छरों से आदमी तक आने के लिए एक एनोफेलीज मच्छर का काटना ही काफी होता है। काटे गये इंसान के खून में जा कर यह पैरासाइट बढ़ने लगता है। यह शरीर के रेड ब्लड सेल्स को नष्ट करने लगता है। शुरुआत में ही पकडे जाने से मलेरिया का इलाज आसानी से हो सकता है। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के सिटी हॉस्पिटल की डॉक्टर अंजू गुप्ता ने बताया कि मलेरिया होने के तुरंत बाद क्या करें।
वीडियो डेस्क। बारिश के मौसम में मलेरिया होने का खतरा बढ़ जाता है। बहुत लोगों के लिए घर ही सबसे सुरक्षित जगह है। घर पर सब काफी आराम से रहते है और कोई खतरे की सम्भावना नहीं रखते है। परंतु यह सब को पता नहीं रहता की खतरा उनके घर भी मौजूद है। वह खतरा है मच्छर- लोगों के लिए बहुत ही बड़ा खतरा। यह मच्छर काफी सारे रोग फैला सकते है। उनमे से एक खतरनाक रोग है मलेरिया।मलेरिया एक मच्छरों द्वारा फैलाया गया खतरनाक रोग है। यह प्लासमोडियम नामक पैरासाइट से उत्पादित होता है। मच्छरों से आदमी तक आने के लिए एक एनोफेलीज मच्छर का काटना ही काफी होता है। काटे गये इंसान के खून में जा कर यह पैरासाइट बढ़ने लगता है। यह शरीर के रेड ब्लड सेल्स को नष्ट करने लगता है। शुरुआत में ही पकडे जाने से मलेरिया का इलाज आसानी से हो सकता है। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के सिटी हॉस्पिटल की डॉक्टर अंजू गुप्ता ने बताया कि मलेरिया होने के तुरंत बाद क्या करें।