कोरोना काल में नाक और गले को संक्रमण से बचाने के सिविल सर्जन ने बताए उपाय


वीडियो डेस्क. कोरोना का सबसे पहला असर नाक और गले के माध्यम से होता है।कहा जाता है कि इसका वायरस नाक या मुंह के माध्यम से गले में लगभग चार दिन तक रहता है और उसके बाद फेफड़ों में जाता है।ऐसे में सीहोर के सिविल सर्जन डा. आनंद शर्मा ने नाक और गले को संक्रमण से बचाने का सहज और सरल तरीका बताया है। कोरोना का पहला अटैक नाक या मुंह के माध्यम से होता है और इसीलिए मास्क लगाने की सलाह दी जाती है।यह भी कहा जाता है इसका वायरस गले में परिपक्व होता है और उसके बाद फेफङो मे जाता है। यदि पहली स्थिति में इसे समाप्त कर दिया जाए तो कोरोना से बचा जा सकता है।सीहोर के सिविल सर्जन डॉ आनंद शर्मा ने नाक और गले को संक्रमण से बचाए रखने का सरल उपाय बताया है। देखिए वीडियो 

/ Updated: Apr 18 2021, 06:45 PM IST

Share this Video
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Email


वीडियो डेस्क. कोरोना का सबसे पहला असर नाक और गले के माध्यम से होता है।कहा जाता है कि इसका वायरस नाक या मुंह के माध्यम से गले में लगभग चार दिन तक रहता है और उसके बाद फेफड़ों में जाता है।ऐसे में सीहोर के सिविल सर्जन डा. आनंद शर्मा ने नाक और गले को संक्रमण से बचाने का सहज और सरल तरीका बताया है। कोरोना का पहला अटैक नाक या मुंह के माध्यम से होता है और इसीलिए मास्क लगाने की सलाह दी जाती है।यह भी कहा जाता है इसका वायरस गले में परिपक्व होता है और उसके बाद फेफङो मे जाता है। यदि पहली स्थिति में इसे समाप्त कर दिया जाए तो कोरोना से बचा जा सकता है।सीहोर के सिविल सर्जन डॉ आनंद शर्मा ने नाक और गले को संक्रमण से बचाए रखने का सरल उपाय बताया है। देखिए वीडियो