अस्थमा और सांस के ज्यादातर मरीज करते हैं इनहेलर का गलत इस्तेमाल, जानें क्या है इसका सही तरीका

हेल्थ डेस्क। भारत में करीब 2 करोड़ लोग इससे ग्रसित है। दमा एक एलर्जिक क्रोनिक बीमारी है। सांस की नली में सूजन पैदा करता है। सांस फूलना, सुबह और रात में अधिक खांसी, छाती में जकड़न,गले में सिटी बजने जैसी आवाज इसके मुख्य लक्षण हैं। इसको स्पाइरोमेट्री जांच से पुख्ता किया जा सकता है। इसके लिए इनहेलर के माध्यम से दवा दी जाती है। 60 से 70 फीसदी मरीज इनहेलर का गलत प्रयोग करते हैं। इनहेलर लेने का तरीका हमेशा डॉक्टर से चेक कराते रहना चाहिए।  ज्यादातर मरीजइनहेलर का गलत उपयोग  करते हैं। श्वास रोग विशेषज्ञ  डॉ. पीएन अग्रवाल से जानें इसका सही तरीका।

/ Updated: Nov 14 2019, 06:18 PM IST

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हेल्थ डेस्क। भारत में करीब 2 करोड़ लोग इससे ग्रसित है। दमा एक एलर्जिक क्रोनिक बीमारी है। सांस की नली में सूजन पैदा करता है। सांस फूलना, सुबह और रात में अधिक खांसी, छाती में जकड़न,गले में सिटी बजने जैसी आवाज इसके मुख्य लक्षण हैं। इसको स्पाइरोमेट्री जांच से पुख्ता किया जा सकता है। इसके लिए इनहेलर के माध्यम से दवा दी जाती है। 60 से 70 फीसदी मरीज इनहेलर का गलत प्रयोग करते हैं। इनहेलर लेने का तरीका हमेशा डॉक्टर से चेक कराते रहना चाहिए।  ज्यादातर मरीजइनहेलर का गलत उपयोग  करते हैं। श्वास रोग विशेषज्ञ  डॉ. पीएन अग्रवाल से जानें इसका सही तरीका।