ऐसे ही महाकाल के दरबार में नहीं पहुंचा था विकास... दर्शनों की वजह है बहुत खास
वीडियो डेस्क। सावन शिव का है और शिव सावन के हैं। सावन के महीने विकास दुबे उज्जैन जाता था महाकाल के दर्शन करने आज आपको बताते हैं कि इस मंदिर का इतिहास क्या है और क्यों विकास दुबे हर साल इस मंदिर में दर्शन करने जाता था। महाकालेश्वर मंदिर भारत के बारह ज्योतिर्लिंगों में एक है।
वीडियो डेस्क। सावन शिव का है और शिव सावन के हैं। सावन के महीने विकास दुबे उज्जैन जाता था महाकाल के दर्शन करने आज आपको बताते हैं कि इस मंदिर का इतिहास क्या है और क्यों विकास दुबे हर साल इस मंदिर में दर्शन करने जाता था। महाकालेश्वर मंदिर भारत के बारह ज्योतिर्लिंगों में एक है। देशभर कुल 12 ज्योतिर्लिंग मंदिर हैं। ये भगवान शंकर के विशेष और प्राचीन मंदिर हैं। जिनकी हिंदू धर्म में सबसे ज्यादा मान्यता है। पुराणों, महाभारत और कालिदास जैसे महाकवियों की रचनाओं में उज्जैन के महाकाल मंदिर का वर्णन मिलता है। ये मंदिर दक्षिणमुखी है, इसलिए माना जाता है कि यहां दर्शन करने पर पुण्य की प्राप्ति होती है।वहीं इन्हीं दर्शनों का लाभ पाने के लिए विकास दुबे हर साल सावन के महीने में उज्जैन जाता था और महाकाल के दर्शन करता था।