लद्दाख की सीमा में चीन की घुसपैठ बढ़ी, भारतीय सेना ने बढ़ाई गश्ती

जम्मू-कश्मीर के लद्दाख क्षेत्र में भारत और चीन के सैनिक आमने-सामने आ गए। सेना के सूत्रों के मुताबिक, बुधवार को भारतीय सैनिक पेनगॉन्ग लेक के उत्तरी हिस्से में पेट्रोलिंग पर निकले थे, जिसका चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने विरोध किया।

/ Updated: Sep 12 2019, 07:28 PM IST
Share this Video
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Email

लद्दाख. जम्मू-कश्मीर के लद्दाख क्षेत्र में भारत और चीन के सैनिक आमने-सामने आ गए। सेना के सूत्रों के मुताबिक, बुधवार को भारतीय सैनिक पेनगॉन्ग लेक के उत्तरी हिस्से में पेट्रोलिंग पर निकले थे, जिसका चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने विरोध किया। भारतीय सेना के एक अधिकारी ने कहा है कि हमारे जवान भारतीय सीमा में थे। इसलिए चीन की आपत्ति के बाद भी वहां डटे रहे। चीन लगातार लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) का उल्लंघन करता रहा है। उसके सैनिकों ने पिछले साल जुलाई में लद्दाख के उत्तरी हिस्से में घुसपैठ कर तंबू लगा दिए थे।

सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पेनगॉन्ग लेक का काफी हिस्सा विवादित है। इसका दो तिहाई हिस्सा चीन के कब्जे वाले तिब्बत में है। बाकी भारतीय सीमा में है। इस झील की सीमा की लंबाई करीब 134 किलोमीटर है। चीन को झील के उत्तरी हिस्से में भारतीय जवानों की मौजूदगी पर ऐतराज था। चीनी सेना के विरोध करने पर भी हमारे जवान वहां डटे रहे, क्योंकि वे भारतीय सीमा में थे। दोनों सेनाओं के बीच तनाव कम करने के लिए ब्रिगेडियर रैंक के अधिकारियों की फ्लैग मीटिंग हुई। इसके बाद चीनी सैनिक पीछे हटने के लिए तैयार हो गए और टकराव खत्म हुआ।

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने का चीन विरोध कर रहा है। वह कश्मीर मुद्दे को लेकर संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान का साथ दे चुका है। दूसरी ओर, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह संसद में साफ कर चुके हैं कि जब जम्मू-कश्मीर की बात होगी तो उसने पाक के कब्जे वाला कश्मीर (पीओके) और चीन के कब्जे वाला अक्साई चीन भी शामिल होगा। ये दोनों क्षेत्र जम्मू-कश्मीर के अभिन्न अंग हैं।

आईए आपको बताते हैं चीन ने इससे पहले कब भारतीय सीमा का उल्लंघन किया

— जून 2016 में भारत और चीन की सेनाओं के बीच तनाव बढ़ गया था। चीनी सैनिकों ने डोकलाम में सड़क बनाने की कोशिश की थी। भारतीय जवानों ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया था। यह विवाद 73 दिनों तक चला था। इसके बाद चीन ने यहां सड़क निर्माण का काम रोक दिया था।

— अगस्त 2017 में चीन ने लद्दाख में घुसपैठ की कोशिश की, जिसे भारतीय फौज ने नाकाम कर दिया। घुसपैठ की कोशिश लद्दाख में पेनगॉन्ग लेक के पास हुई। भारत की कार्रवाई के बाद चीनी सैनिकों ने पथराव किया। इसके चलते जवानों को चोटें आईं। चीन के भी कुछ सैनिक घायल हुए थे।

— जुलाई 2018 में भी लद्दाख के उत्तरी क्षेत्र में भारत-चीन के सैनिक आमने-सामने आ गए थे। तब चीन ने उत्तरी लद्दाख क्षेत्र में घुसपैठ करते हुए तंबू गड़ा दिए थे।

— सितंबर 2018 में चीन के दो हेलिकॉप्टर लद्दाख के ट्रिग हाइट इलाके में 10 मिनट तक भारतीय हवाई क्षेत्र में रहे थे। यह इलाका भारत के लिए रणनीतिक तौर पर अहम है।

— सितंबर 2018 में चीनी सैनिकों ने अरुणाचल प्रदेश की दिवांग घाटी में घुसकर टेंट लगाए लिए थे। हालांकि, आईटीबीपी के विरोध के बाद वापस लौट गए।