UPI से 50% तक बढ़ा डिजिटल लेनदेन, दिल्ली, महाराष्ट्र को पछाड़कर इस राज्य के लोग रहे सबसे आगे

UPI भुगतान प्रणाली 2016 में लॉन्च हुई है। यह एक बड़ा सिस्टम है जिसके अंदर गूगल पे, फोन पे, पेटीएम आदि कंपनियां काम करती हैं। देश के सभी डिजिटल भुगतान का प्रबंधन करने वाला इकलौता आसान सिस्टम है। इसे भारत के राष्ट्रीय स्वामित्व वाले राष्ट्रीय भुगतान निगम द्वारा लॉन्च किया गया है।

/ Updated: Nov 12 2019, 07:00 PM IST
Share this Video
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Email

नई दिल्ली. भारत में यूपीआई यानी यूनीफाइड पेमेंट इंटरफेस (Unified Payment Interface) सिस्टम हर तरह के भुगतान करने का सबसे बड़ा डिजिटल सिस्टम है। अधिकतर पैसा भेजना इसी के माध्यम से किया जा रहा है। यूपीआई एक एडवांस तकनीक है इस पेमेंट सिस्टम को इस तरह से बनाया गया है कि आम लोग भी इसे आसानी से इस्तेमाल कर सकें।

बेंगलुरु स्थित पेमेंट गेटवे के आंकड़ों के मुताबिक, अक्टूबर में रियल-टाइम भुगतान सेवा सभी डिजिटल लेनदेन के 50.49% से भी ज्यादा  बढ़ गई।

UPI भुगतान प्रणाली 2016 में लॉन्च हुई है। यह एक बड़ा सिस्टम है जिसके अंदर गूगल पे, फोन पे, पेटीएम आदि कंपनियां काम करती हैं। देश के सभी डिजिटल भुगतान का प्रबंधन करने वाला इकलौता आसान सिस्टम है। इसे भारत के राष्ट्रीय स्वामित्व वाले राष्ट्रीय भुगतान निगम द्वारा लॉन्च किया गया है।

हालांकि, अक्टूबर के महीने में सरकार द्वारा शुरू किए गए भीम( BHIM) मनी ट्रांसफर ऐप में 10.06% की गिरावट देखी गई है। ये एप भी UPI लेनदेन में सक्षम था। वहीं यूपीआई (UPI) मनी ट्रांसफर की लिस्ट में गूगल पे (Google Pay) अभी भी टॉप पर है। इसके यूजर्स की संख्या में 9.92% की बढ़ोत्तरी हुई है।

UPI की लोकप्रियता कर्नाटक सबसे ज्यादा है। यहां डिजिटल लेनदेन करने वाले यूजर्स सबसे आगे हैं। जानकर हैरानी होगी कि अक्टूबर में देश में कुल लेनदेन का 27.72% फीसदी सिर्फ दक्षिणी राज्य में था। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु, जिसे अक्सर भारत की सिलिकॉन वैली कहा जाता है, भारत के अन्य शहरों की तुलना में UPI के माध्यम से भुगतान करने में सबसे आगे है। यहां UPI लेनदेन में 38.1% प्रतिशत की बढ़ोत्तरी देखी गई है।