दुनिया पर मंडरा रहे जानलेवा कोरोना वायरस की चपेट में भारत की अर्थव्यस्था

वीडियो डेस्क। चीन में उत्पादन की कमी का असर भारत से व्यापार पर पड़ रहा है। जिससे भारत की अर्थव्यवस्था को लगभग 34.8 करोड़ डॉलर का नुकसान उठाना पड़ सकता है।

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वीडियो डेस्क। चीन में उत्पादन की कमी का असर भारत से व्यापार पर पड़ रहा है। जिससे भारत की अर्थव्यवस्था को लगभग 34.8 करोड़ डॉलर का नुकसान उठाना पड़ सकता है।
ओईसीडी के अनुसार भारत की अर्थव्यवस्था की विकास दर 6.2 प्रतिशत रहेगी। लेकिन अब इसे कम करके 5.1 प्रतिशत कर दिया है।
ओईसीडी ने भी 2020-21 में भारत की अर्थव्यवस्था के विकास की गति का पूर्वानुमान 1.1 प्रतिशत घटा दिया है।
दुनिया भर में भारत जेनेरिक दवाओं का सबसे बड़ा सप्लायर है। लेकिन कोरोनावायरस के पैर पसारते ही भारत ने दवाओं के निर्यात पर बैन लगा दिया है।
वित्तीय वर्ष 2019 में भारत ने अपने कुल एपीआई का 68 प्रतिशत हिस्सा चीन से आयात किया था।
कोरोना वायरस की वजह से भारत ने आने जाने पर भी बैन लगा दिया है। जिससे पर्यटन उद्याोग पर असर हो रहा है। 
अब चीन में मंदी की वजह से भारत के ऑटो उद्योग को भी कल-पुर्ज़ों की किल्लत हो रही है। जिससे ओटोमोबाइल उद्योग पर भी असर हो रहा है। 
भारत से हीरे का निर्यात सबसे ज्यादा चीन के साथ है लेकिन वायरस की वजह से इस सेक्टर में बहुत असर हो रहा है। 
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस को महामारी घोषित कर दिया है। 
भारत में 74 लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है।
दुनिया भर के 124 देशों में 126414 लोग वायरस से पीड़ित हैं।
32 देशों मे 4635 लोगों की इस खतरनाक वायरस से मौत हो चुकी है।

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