3.2 किमी लंबा, 260 करोड़ लागत, हर घंटे 8 फ्लाइट... Video में देखें कुशीनगर एयरपोर्ट की भव्यता और जानें खासियत

वीडियो डेस्क। यूपी में चुनावों से पहले पीएम मोदी एक बड़ी सौगात दी है। यूपी के कुशीनगर में सबसे लंबे रनवे वाला इंटरनेशनल एयरपोर्ट तैयार हो चुका जिसका उद्घाटन पीएम मोदी के द्वारा किया गया। ये यूपी का तीसरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट होगा जहां पहली फ्लाइट श्रीलंका के कोलंबो से आई जिसमें 125 यात्रियों समेत बौद्ध भिक्षु शामिल हुए। आइये जानते हैं इस एयरपोर्ट की क्या हैं खासियतें

/ Updated: Oct 20 2021, 12:18 PM IST

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वीडियो डेस्क। यूपी में चुनावों से पहले पीएम मोदी एक बड़ी सौगात दी है। यूपी के कुशीनगर में सबसे लंबे रनवे वाला इंटरनेशनल एयरपोर्ट तैयार हो चुका जिसका उद्घाटन पीएम मोदी के द्वारा किया गया। ये यूपी का तीसरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट होगा जहां पहली फ्लाइट श्रीलंका के कोलंबो से आई जिसमें 125 यात्रियों समेत बौद्ध भिक्षु शामिल हुए। आइये जानते हैं इस एयरपोर्ट की क्या हैं खासियतें....

ये रनवे 3.2 किमी लंबा और 45 मीटर चौड़ा है। एयरपोर्ट पर हर घंटे 8 फ्लाइट आ-जा सकेंगी। नए टर्मिनल की इमारत 3600 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैली है। इसके साथ ही 260 करोड़ रुपये की लागत से ये एयरपोर्ट बनकर तैयार हुआ है। व्यस्त समय में ये हवाईअड्डा 300 यात्रियों को संभालने में सक्षम है। माना जा रहा है कि हवाई अड्डे के उद्घाटन से 20 प्रतिशत पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी होगी।  इस एयरपोर्ट पर ऐसे इंतजाम किए जा रहे हैं कि यहां दिन के साथ-साथ रात में भी आसानी से उड़ान भरी जा सके। 5 मार्च 2019 को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और यूपी सरकार के बीच समझौता हुआ था। 24 जून 2020 को इसे इंटरनेशनल एयरपोर्ट घोषित किया गया था। कुशीनगर एक अंतरराष्ट्रीय बौद्ध तीर्थ केन्‍द्र है, जहां भगवान गौतम बुद्ध ने 'महापरिनिर्वाण' हासिल किया था। कुशीनगर बौद्ध परिपथ का केंद्र बिंदु है। जिसकी छटा आपको इस एयरपोर्ट में एंट्री लेते ही दिखाई देखी। यहां भगवान बुद्ध की मूर्ति के साथ साथ दीवारों पर कई कलाकृतियां उकेरी गई हैं। इस एयरपोर्ट से श्रीलंका, जापान, चीन, ताइवान, साउथ कोरिया, थाईलैंड, सिंगापुर और वियतनाम जैसे दक्षिण एशियाई देशों के लिए डायरेक्ट फ्लाइट होगी।  यहां आने वाले यात्री लुम्बिनी, बोधगया, सारनाथ और कुशीनगर की यात्रा कर सकते हैं। इसके साथ ही श्रावस्ती, कौशांबी, संकीशा, राजगीर और वैशाली की यात्रा भी कम समय में हो जाएगी। इस एयरपोर्ट का फायदा आसपास के किसानों को भी मिलेगा। बागवानी उत्पादों जैसे केला, स्ट्रॉबेरी और मशरूम के निर्यात के अवसरों को भी बढ़ावा मिलेगा। बताया जा रहा है कि दो करोड़ से अधिक आबादी हवाई अड्डे की सेवाएं ले सकेगी।