सिंघू बॉर्डरः किसानों के आगे छलका गांववालों का दर्द, कहा- आपके आंदोलन ने हमारी जिंदगी को बेपटरी कर दिया...

वीडियो डेस्क। हम आपका दर्द समझते हैं लेकिन आप हमारा भी समझें। ये कहना हैं उन गांव वालों का जिनका काम धंधा किसान आंदोलन की वजह से ठप्प पड़ गया है। सिंधु बॉर्डर से सटे इन गांव के लोगों का 50 दिन बाद धैर्य जवाब दे गया। 

/ Updated: Jan 15 2021, 12:28 PM IST

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वीडियो डेस्क। हम आपका दर्द समझते हैं लेकिन आप हमारा भी समझें। ये कहना हैं उन गांव वालों का जिनका काम धंधा किसान आंदोलन की वजह से ठप्प पड़ गया है। सिंधु बॉर्डर से सटे इन गांव के लोगों का 50 दिन बाद धैर्य जवाब दे गया। हाथ जोड़कर किसानों से अपील की कि और मदद करने की बात कही। दरअसल आंदोलन से गांव वालों की जिंदगी बेपटरी हो गई है। गांव का रास्ता बंद हो जाने से लोग काम पर नहीं जा पा रहे हैं। किसी बीमार व्यक्ति के ईलाज कराने में इन गांव वालों को परेशानी हो रही है। पेट्रोल पंप पर इस गांव के कई लोग काम करते हैं कि लेकिन उनकी सैलरी नहीं मिल पा रही है। गांव वालों का कहना है कि हमने आपका बहुत साथ दिया लेकिन अब हमारा धैर्य जवाब दे गया है। अब आप कोई और रास्ता निकालें।