क्या ट्रैक्टर सीढ़ियों के जरिये आसमान छूते पहाड़ों पर चढ़ सकता है, जवाब देने से पहले इसे देखें

यह वीडियो उत्तराखंड के रूद्रप्रयाग का है। आसमान छूते इन पहाड़ों पर चढ़ना आसान नहीं होता। सीढ़ियों होते हुए भी लोगों की सांस फूल जाती है। लेकिन इस ट्रैक्टर को देखिए। यह भारी-भरकम मशीनें लादकर और लोगों को बैठाकर सैकड़ों सीढ़ियां चढ़कर ऊपर आता-जाता है। यह है गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग। गौरीकुंड से केदारनाथ तक अंडरग्राउंड लाइन बिछाई जा रही है। इसके लिए मशीनें और सामान लेकर यह ट्रैक्टर रोज सीढ़ियां चढ़कर ऊपर जाता है। इस ट्रैक्टर को जुगाड़ साइंस से मॉडिफाई करके ऐसा बैलेंसिंग कर दिया गया है कि यह पलटता नहीं है।

/ Updated: Jul 21 2020, 05:51 PM IST
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रूद्रप्रयाग, उत्तराखंड. भारत में जुगाड़ ऐसा हुनर है, जो हर दिक्कत का तोड़ निकाल लेता है। यह वीडियो उत्तराखंड के रूद्रप्रयाग का है। आसमान छूते इन पहाड़ों पर चढ़ना आसान नहीं होता। सीढ़ियों होते हुए भी लोगों की सांस फूल जाती है। लेकिन इस ट्रैक्टर को देखिए। यह भारी-भरकम मशीनें लादकर और लोगों को बैठाकर सैकड़ों सीढ़ियां चढ़कर ऊपर पहुंचा। यह है गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग। गौरीकुंड से केदारनाथ तक अंडरग्राउंड लाइन बिछाई जा रही है। इसके लिए मशीनें और सामान लेकर यह ट्रैक्टर सीढ़ियां चढ़कर ऊपर जाता देखा गया। इस ट्रैक्टर को जुगाड़ साइंस से मॉडिफाई करके ऐसा बैलेंसिंग कर दिया गया है कि यह पलटता नहीं है। यह वीडियो कुछ दिन पुराना है, जो अब वायरल हो रहा है। यह और बात है कि इस समय केदारनाथ में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं, इसलिए एसपी नवनीत भुल्लर ने ट्रैक्टर को रुकवा दिया है। खैर, जो भी हो लेकिन इस ट्रैक्टर ने कई मशीनें ऊपर तक पहुंचाईं। वहीं, सेना के हेलिकॉप्टर के जरिये डंपर, जेसीबी और पोकलेन जैसी बड़ी मशीनें पहुंचाई गईं। ऊर्जा निगम 21 किमी तक अंडरग्राउंड लाइन बिछवा रहा है।