चैत्र नवरात्र: 3 शुभ, 1 अमृतसिद्धि, सर्वार्थसिद्धि और अभिजीत मुहूर्त, जानें घट स्थापना की सही और सरल विधि

वीडियो डेस्क। चैत्र नवरात्रि का पर्व 13 अप्रैल, मंगलवार से शुरू हो रहा है, जो 21 अप्रैल तक रहेगा। ये 9 दिनों में माता की उपासना के दिन हैं। नवरात्रि के पहले दिन माता दुर्गा की प्रतिमा तथा घट (कलश) की स्थापना की जाती है। इसके बाद ही नवरात्रि उत्सव का प्रारंभ होता है। इससे सुख-समृद्धि और धन लाभ के योग बनते हैं। आगे जानिए घट स्थापना की विधि और शुभ मुहूर्त

Share this Video

वीडियो डेस्क। चैत्र नवरात्रि का पर्व 13 अप्रैल, मंगलवार से शुरू हो रहा है, जो 21 अप्रैल तक रहेगा। ये 9 दिनों में माता की उपासना के दिन हैं। नवरात्रि के पहले दिन माता दुर्गा की प्रतिमा तथा घट (कलश) की स्थापना की जाती है। इसके बाद ही नवरात्रि उत्सव का प्रारंभ होता है। इससे सुख-समृद्धि और धन लाभ के योग बनते हैं। आगे जानिए घट स्थापना की विधि और शुभ मुहूर्त

इस विधि से करें घट स्थापना…
- पवित्र स्थान की मिट्टी से वेदी बनाकर उसमें जौ, गेहूं बोएं। फिर उनके ऊपर तांबे या मिट्टी के कलश की स्थापना करें। कलश के ऊपर माता की मूर्ति या चित्र रखें।
- मूर्ति अगर कच्ची मिट्टी से बनी हो और उसके खंडित होने की संभावना हो तो उसके ऊपर उसके ऊपर शीशा लगा दें।
- मूर्ति न हो तो कलश पर स्वस्तिक बनाकर दुर्गाजी का चित्र पुस्तक तथा शालिग्राम को विराजित कर भगवान विष्णु की पूजा करें।
- नवरात्रि व्रत के आरंभ में स्वास्तिक वाचन-शांतिपाठ करके संकल्प करें और सबसे पहले भगवान श्रीगणेश की पूजा कर मातृका, लोकपाल, नवग्रह व वरुण का सविधि पूजन करें। फिर मुख्य मूर्ति की पूजा करें।
- दुर्गा देवी की पूजा में महाकाली, महालक्ष्मी और महासरस्वती की पूजा और श्रीदुर्गासप्तशती का पाठ नौ दिनों तक प्रतिदिन करना चाहिए।

Related Video