देव दीपावली पर महाआरती की शुरुआत करेंगी 51 कन्याएं, जानिए क्या है दो साल से जारी इस परंपरा का कारण
आज दुनिया काशी की महाआरती देख कर मंत्रमुग्ध होंगे ,लाखो पर्यटक इस आभा को निहारेंगे। ऐसे में समिति द्वारा 51 कन्याएं जब गंगा आरती उतारेंगी तो बनारस से ये संदेश पूरी दुनिया में जाएगा।
बनारस में आज देव दीपावली की अलौकिक छटा दुनिया निहारेगी। देश और विदेश से लाखो पर्यटक धर्म नगरी में पहुंच चुके हैं। इस उत्सव में लाखों दियों के साथ दशश्वमेघ घाट पर होने वाली महाआरती खासा आकर्षण का केंद्र होगी। वैसे तो ये महाआरती धार्मिक लिहाज से काफी आकर्षक और मंत्रमुग्ध करने वाला होता है। लेकिन विश्व में अपनी पहचान बना चुका ये महाआरती भारत को महिलाओं के प्रति एक बड़ा संदेश भी देता है। दरअसल धर्म और अर्चना में सबसे ज्यादा एकदाधिकार पुरुषों का माना जाता है लेकिन पिछले दो साल से इस महाआरती ने एक नया मिसाल खड़ा कर दिया है।
देव दीपावली के अवसर पर इस महापर्व में मां गंगा की आरती करती हुई ये 51 अर्चक बालिकाएं सबको अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं। ये तस्वीरें पिछले वर्ष की है लेकिन यही तस्वीर आप इस बार भी देखेंगे। जहां पुरुष अर्चकों के पहले 51 कन्याएं मां गंगा की आरती करेंगी। दशश्वमेघ घाट पर गंगा सेवा निधि द्वारा महिलाओं को सम्मान और समाज में समान अधिकारी देने के लिए इस परम्परा की शुरुआत की गई है। धार्मिक मामले में पुरुष अर्चक या पुजारी ही सारे पूजा पाठ कराते आए हैं। पिछले ढाई दशकों से महाआरती में भी थी तस्वीर देखने को मिलती रही है लेकिन अब विश्व को सबसे ज्यादा आकर्षित करने वाली इस महाआरती की शुरुआत इन कन्याओं से करवाना शुरू कर दिया है।