मथुरा में वर्षों बाद चला बाबा का जादू, विधायक श्याम सुंदर शर्मा को पहली बार मिली शिकस्त, देखें पूरी रिपोर्ट
मथुरा की मांट विधानसभा सीट पर पिछले 8 बार से पंडित श्याम सुंदर शर्मा का कब्जा था। 2012 में मोदी लहर भी जिस किले का एक कंकड़ भी नहीं तोड़ कर ला पाई थी उस किले को योगी आदित्यनाथ ने धराशाई करते हुए मांट विधानसभा सीट पर भाजपा का परचम लहरा दिया है।
मथुरा: प्रचंड मोदी लहर में जिसके लिए की 18 भी नहीं मिल पाई थी उसके लिए को योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता ने धराशाई कर दिया। पिछले 8 बार से विधायक रहे पंडित श्याम सुंदर शर्मा के किले मैं इस तरह से सेंधमारी की गई कि पूरा किला पलक झपकते ही निस्तोनाबूत हो गया। मथुरा की पांचों विधानसभा सीटों पर भाजपा का कब्जा है और पांचों विधानसभाओं के प्रत्याशी प्रचंड बहुमत से जीत कर सत्ता की बागडोर अपने हाथों में लिए हुए हैं।
बाबा के ताबड़तोड़ दौरों ने भेद दिया अभेद किला
मथुरा की मांट विधानसभा सीट पर पिछले 8 बार से पंडित श्याम सुंदर शर्मा का कब्जा था। 2012 में मोदी लहर भी जिस किले का एक कंकड़ भी नहीं तोड़ कर ला पाई थी उस किले को योगी आदित्यनाथ ने धराशाई करते हुए मांट विधानसभा सीट पर भाजपा का परचम लहरा दिया है। भाजपा के मांट विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनकर उतरे राजेश चौधरी ने पंडित श्याम सुंदर शर्मा को 10 हज़ार वोटों से पराजित करते हुए मांट में कमल खिला दिया है। मांट विधानसभा के लोगों से जब Asianet News हिंदी की टीम ने दूरसंचार द्वारा जानकारी की और उनसे यह सवाल किया कि इस बार श्याम सुंदर शर्मा को शिकस्त क्यों मिली तो कई बजे निकल कर सामने आईं। लोगों ने बताया कि पिछले 8 बार से श्याम सुंदर शर्मा मांट विधानसभा का नेतृत्व कर रहे थे। 40 साल से लगातार एक ही चेहरा मार्च का नेतृत्व कर रहा था और विकास कार्यों को लेकर भी श्याम सुंदर शर्मा गंभीर नहीं थे। मांट विधानसभा में कुछ चुनिंदा गांव ऐसे हैं जहां पंडित श्याम सुंदर शर्मा ने अपनी विधायक निधि से कार्य कराए हैं। जिससे लोगों के अंदर काफी आक्रोश था और एक ऐसा जनप्रतिनिधि वह चाहते थे जो लोगों के बीच रहकर लोगों की समस्याओं का निदान समय पर करता रहे।