लता मंगेशकर के निधन पर काशी में शोक की लहर प्रशसंकों ने कैंडल जलाकर नम आंखों से दी श्रद्धाजंलि
लता मंगेशकर ने 1942 में अपने करियर की शुरुआत की थी तब वे सिर्फ 13 साल की थीं। उन्होंने अब तक 20 से ज्यादा भाषाओं में 30 हजार से ज्यादा गाने गाए हैं। लता मंगेशकर को लोग लता दीदी बोलते थे। एशियानेट हिंदी के रिपोर्टर अनुज ने काशी के लोगो का हाल पूछा तो सबकी आंखें नम थी। काशी की अकथा स्थित कॉलोनी में लोगों ने कैंडल जलाकर नम आंखों से दी लता मंगेशकर को श्रद्धाजंलि दीी।
वाराणसी: स्वर कोकिला लता मंगेशकर का 92 साल की उम्र में रविवार के निधन हो गया। लता मंगेशकर कई दिनों से बीमार थी। मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। कोरोना और निमोनिया की शिकायत होने के बाद उन्हें करीब एक महीने पहले मुंबई के ब्रिज कैंडी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। भारत रत्न से सम्मानित स्वर कोकिला लता जी के जाने से पूरे देश में शोक की लहर है। लता मंगेशकर ने 1942 में अपने करियर की शुरुआत की थी तब वे सिर्फ 13 साल की थीं। उन्होंने अब तक 20 से ज्यादा भाषाओं में 30 हजार से ज्यादा गाने गाए हैं। लता मंगेशकर को लोग लता दीदी बोलते थे। एशियानेट हिंदी के रिपोर्टर अनुज ने काशी के लोगो का हाल पूछा तो सबकी आंखें नम थी। काशी की अकथा स्थित कॉलोनी में लोगों ने कैंडल जलाकर नम आंखों से दी लता मंगेशकर को श्रद्धाजंलि दी।