केंद्रीय कार्यालय के बाहर भूख हड़ताल पर बैठे BHU के छात्र, अनशन के पीछे बताई ये वजह

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा केंद्रीय कार्यालय का घेराव ,हस्ताक्षर अभियान,ट्विटर ट्रेंड ,प्रतीकात्मक शव प्रदर्शन,बुद्धि शुद्धि यज्ञ एवं मौन प्रदर्शन के माध्यम से विश्वविद्यालय प्रशासन के सेंट्रल हिन्दू स्कुल में प्रवेश हेतु ई लॉटरी एवं मेरिट आधारित प्रवेश के निर्णय के विरुद्ध अपना विरोध दर्ज कराया गया परन्तु विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा अभी तक कोई भी सकारात्मक पहल नहीं की गई है। 

/ Updated: Apr 23 2022, 03:18 PM IST

Share this Video
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Email

वाराणसी: काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से सम्बंधित सेंट्रल हिन्दू स्कूल में प्रवेश हेतु लॉटरी एवं मेरिट आधारित प्रवेश के निर्णय का अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विरोध करती है।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का स्पष्ट मत है कि लॉटरी एवं मेरिट आधारित प्रक्रिया प्रतिभावान विद्यार्थियों के अधिकारों का हनन करती है एवं विद्यार्थियों के समान अवसर के अधिकार के प्रतिकूल है।

इसी क्रम में विगत दिनों अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा केंद्रीय कार्यालय का घेराव ,हस्ताक्षर अभियान,ट्विटर ट्रेंड ,प्रतीकात्मक शव प्रदर्शन,बुद्धि शुद्धि यज्ञ एवं मौन प्रदर्शन के माध्यम से विश्वविद्यालय प्रशासन के सेंट्रल हिन्दू स्कुल में प्रवेश हेतु ई लॉटरी एवं मेरिट आधारित प्रवेश के निर्णय के विरुद्ध अपना विरोध दर्ज कराया गया परन्तु विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा अभी तक कोई भी सकारात्मक पहल नहीं की गई है। 

इस सम्बंध में आज दिनांक 23 अप्रैल 2022 को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद काशी हिन्दू विश्वविद्यालय इकाई द्वारा केंद्रीय कार्यालय पर एक दिवसीय भूख हड़ताल की एवं विश्वविद्यालय प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर जल्द स्कूल प्रवेश परीक्षा को बहाल नहीं किया गया तो उग्र एवं अनिश्चितकालीन आंदोलन होगा।।इसी के साथ कार्यकर्ताओं ने ई लॉटरी एवं मेरिट आधारित प्रवेश के विरुद्ध अपना विरोध दर्ज कराया। भूख हड़ताल के दौरान कार्यकर्ताओ ने विश्वविद्यालय प्रशासन के विरुद्ध नारे लगाए। 

भूख हड़ताल के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के इकाई अध्यक्ष अभय प्रताप ने कहा कि "वर्षों से सेंट्रल हिन्दू स्कूल में प्रवेश प्रक्रिया प्रवेश परीक्षा के माध्यम से होती थी पिछले दो वर्षों से कोरोना की परिस्थितियों के कारण यह लॉटरी एवं मेरिट आधारित प्रवेश हो रहा था।परन्तु इस वर्ष स्थिति सामान्य होने और पाबंदियों के हट जाने के बावजूद काशी हिन्दू विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा स्कूल में प्रवेश लॉटरी एवं मेरिट के माध्यम से कराने का निर्णय लिया गया है जो पूर्ण रूप से विद्यार्थियों की प्रतिभा के विरुद्ध है।विगत तीन सप्ताह से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्वविद्यालय प्रशासन के इस निर्णय का विरोध कर रही है परन्तु विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा कोई भी सकारात्मक पहल नहीं की जा रही है ।सेंट्रल हिन्दू स्कूल में पढ़ने के इछुक ग्रामीण क्षेत्रों के प्रतिभावान छात्र अपना हक माँग रहे हैं परन्तु विश्वविद्यालय प्रशासन उनकी आवाज़ को नहीं सुन रहा।इसी कारण आज भीषण गर्मी में भी भूख हड़ताल पर रह कर विश्वविद्यालय प्रशासन तक हमें अपना विरोध दर्ज कराना पड़ रहा है।सीएचएस में प्रवेश परीक्षा बहाल करने हेतु आंदोलन निरंतर चलता रहेगा एवं अगर जल्द मांगे पूरी नहीं होती हैं तो छात्रहित में आंदोलन को अनिश्चितकालीन बनाया जाएगा" 

प्रदर्शन के दौरान परिषद के इकाई सह मंत्री भास्करादित्य त्रिपाठी  ने कहा कि " विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा एक तरफा निर्णय ले कर हज़ारों विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थी परीक्षा की तैयारी करते हैं।मेरिट एवं लॉटरी आधारित प्रवेश प्रतिभावान विद्यार्थियों की प्रतिभा की हत्या के समान है।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्वविद्यालय प्रशासन के इस निर्णय का अंतिम दम तक विरोध करेगी।विश्वविद्यालय प्रशासन एक बहरे व्यक्ति की भांति इतने दिनों से विद्यार्थियों की आवाज़ को नजरअंदाज कर रहा है।विश्वविद्यालय प्रशासन के इस रवैये के विरुद्ध आज हम सभी कार्यकर्ता भूख हड़ताल कर अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं अगर मांगे नहीं मानी जाती हैं तब यह आंदोलन अनिश्चितकाल के लिए होगा जिसकी पूर्ण रूप से जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी" 

भूख हड़ताल के दौरान राष्ट्रीय मंत्री साक्षी सिंह,सौरभ राय,अधोक्षज पांडेय,सर्वेश सिंह,आशुतोष शांडिल्य, सौरभ झा,मुरलीधर, अदित्य गुप्ता, दीपक,आदित्य तिवारी,पल्लव सुमन,ब्रजेन्द्र,करण यादव,निशान्त मिश्र अभिनायक मिश्रा,शशिनाथ,आदित्य तिवारी,आकांशा,आदित्य सिंह अमर आदि बड़ी संख्या में विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।