BHU में डॉ. अंबेडकर उत्कृष्टता केन्द्र का हुआ उद्घाटन, अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को मिलेगी निशुल्क कोचिंग
काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित कृषि शताब्दी प्रेक्षागृह में डॉक्टर अंबेडकर उत्कृष्टता केंद्र योजना का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि ने भारत रत्न अंबेडकर जी के तैल चित्र और भारत रत्न मालवीय जी के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर दिया। तदुपरांत मुख्य अतिथि और अन्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन किया गया।
वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित कृषि शताब्दी प्रेक्षागृह में डॉक्टर अंबेडकर उत्कृष्टता केंद्र योजना का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि ने भारत रत्न अंबेडकर जी के तैल चित्र और भारत रत्न मालवीय जी के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर दिया। तदुपरांत मुख्य अतिथि और अन्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन किया गया। संगीत और मनचला संसार की छात्राओं ने कुलगीत की सुंदर प्रस्तुति दिया। हालांकि इस दौरान माइक से लोग काफी परेशान दिखे। अनुसूचित जाति के उत्थान सशक्तिकरण एवं कल्याण के लिए अपनी प्रतिबद्धता पर आगे बढ़ते हुए, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत सरकार द्वारा एक महत्वपूर्ण योजना आरंभ की जा रही है, जो अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों के उज्ज्वल एवं बेहतर भविष्य का मार्ग प्रशस्त करेगी। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार, डॉ. अंबेडकर प्रतिष्ठान के माध्यम से देश भर में डॉ. अंबेडकर उत्कृष्टता केन्द्रों की स्थापना कर रहा है, जिनमें अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को प्रशासनिक सेवा परीक्षाओं के लिए निशुल्क कोचिंग दी जाएगी।
इस योजना का शुभारंभ सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री भारत सरकार एवं अध्यक्ष, डॉ. अंबेडकर प्रतिष्ठान, डॉ. विरेन्द्र कुमार तथा राज्यपाल, उत्तर प्रदेश, श्रीमती आनंदीबेन पटेल, 22 अप्रैल, 2022 को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में किया। इस अवसर पर प्रतिमा भौमिक तथा ए. नारायणस्वामी, राज्य मंत्री, सामाजिक न्याय व अधिकारिता, भारत सरकार की गरिमामयी उपस्थिति रही। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के कुलपति पद्मश्री प्रो. सुधीर कुमार जैन डॉ.अंबेडकर उत्कृष्टता केन्द्र के शुभारंभ के अवसर पर मौजूद रहें। उद्घाटन समारोह के बारे में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के केन्द्रीय कार्यालय स्थित समिति कक्ष संख्या 1 में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए डॉ. अंबेडकर प्रतिष्ठान के निदेशक, विकास त्रिवेदी ने बताया कि इस योजना की शुरुआत देश भर के 31 केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में की जा रही है, जिनमें से काशी हिन्दू विश्वविद्यालय भी एक है।
उन्होंने कहा कि हर केन्द्र में 100 सीटें होंगी जिनमें से 33 प्रतिशत पर अनुसूचित जाति की छात्राएं प्रवेश ले सकेंगी ताकि गुणवत्तापरक कोचिंग प्राप्त कर विद्यार्थियों का सशक्तिकरण हो सके। श्री त्रिवेदी ने बताया कि हर केन्द्र के संचालन के लिए डॉ. अंबेडकर प्रतिष्ठान के माध्यम से सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार, हर विश्वविद्यालय को वार्षिक 75 लाख रुपये की राशि उपलब्ध कराएगा। प्रत्येक केन्द्र में तीन शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी एवं सुचारू पठन-पाठन के लिए सभी आधुनिक एवं आवश्यक सुविधाएं जैसे कक्षाएं, पुस्तकालय, हाई स्पीड वाई-फाई आदि उपलब्ध कराई जाएंगी। विकास त्रिवेदी ने संवाददाताओं को बताया कि निशुल्क कोचिंग के लिए प्रवेश विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित एक प्रवेश परीक्षा के आधार पर होगा। उन्होंने कहा कि जाने माने एजुकेटर तथा सुपर 30 शिक्षा समूह के संस्थापक आनंद कुमार कार्यक्रम में विशेष अतिथि होंगे एवं कोचिंग के लिए श्रेष्ठ पद्धतियों पर अपने विचार रखेंगे। निदेशक, डॉ. अंबेडकर प्रतिष्ठान, ने बताया कि बीएचयू में आयोजित हो रहे उद्घाटन समारोह में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के सचिव आर. सुब्रमण्यम भी उपस्थित रहे।