कानपुर में मंदिरों को तोड़ने का जारी हुआ नोटिस, सड़कों पर उतरे संत समाज और बजरंग दल ने जताया विरोध
कानपुर के पॉश इलाके में तीन धर्म स्थलों पर नगर निगम द्वारा कार्रवाई का नोटिस चस्पा होने के बाद सुबह से ही संत समाज और बजरंग दल कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे। संत समाज और बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में कहा कि इन तीनों को ध्वस्त करने के लिए बुलडोजर को पहले उनकी लाशों से मिलना पड़ेगा।
कानपुर के पॉश इलाके में तीन धर्म स्थलों पर नगर निगम द्वारा कार्रवाई का नोटिस चस्पा होने के बाद सुबह से ही संत समाज और बजरंग दल कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे। संत समाज और बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में कहा कि इन तीनों को ध्वस्त करने के लिए बुलडोजर को पहले उनकी लाशों से मिलना पड़ेगा। दोपहर होते-होते प्रदर्शन उग्र हो गया और बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने मंदिर के सामने की सड़क को जाम कर हनुमान चालीसा का पाठ शुरू कर दिया।
जाम की सूचना मिलने के बाद कमिश्नरेट पुलिस के दो सर्किल का पुलिस फोर्स समेत दो एसीपी मौके पर पहुंच गए और बजरंग दल कार्यकर्ताओं को समझा-बुझाकर सड़क के किनारे करने के साथ ही नगर आयुक्त से वार्ता कराई। जिसमें नगर आयुक्त द्वारा अश्वासन दिया गया कि आने वाले सोमवार या मंगलवार को बजरंग दल कार्यकर्ताओं की सुविधाजनक समय पर जाकर बैठक की जाएगी। जिसमें धर्मस्थल को लेकर बजरंग दल व संत समाज अपना पक्ष रख सकते हैं। इस पूरे मामले पर बजरंग दल ने अपना पक्ष साफ करते हुए कहा है कि किसी भी हालत में वह मंदिर की एक सीट को भी हिलने नहीं देंगे। जाम की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे एसीपी सुनील नगर बृज नारायण सिंह ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ विवाद के चलते जाम लगा है। फिलहाल जाम लगाने वालों को समझा-बुझाकर सड़क के किनारे कर दिया गया है। फिलहाल विरोध कर रहे लोग नगर निगम में जाकर वार्ता कर अपना पक्ष रखेंगे।