सीपीआर पद्धति से बचाई जा रही हार्ट अटैक के बाद मरीज की जान, युवाओं में दिख रही उपचार को जानने की लालसा
वाराणसी में आयोजित हेल्थ मेले में युवाओं की खासा भीड़ देखने को मिली। युवाओं में विशेषतौर पर सीपीआर पद्धति को जानने की लालसा थी। जिससे वह किसी को भी हार्ट अटैक आने के बाद बचा सके।
काशी हिंदू विश्वविद्यालय चिकित्सा विज्ञान संस्थान ने हेल्थ मेले का आयोजन किया गया। इस मेले में विभिन्न संकाय द्वारा 70 स्टाल लगाया गया हैं। लेकिन इस मेले में सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है एनेस्थीसिया विभाग का स्टाल। इस स्टाल पर डॉक्टर निमिशा वर्मा द्वारा मौजूदा समय में युवाओं में हार्ट अटैक के मामले काफी ज्यादा आ रहे हैं। जिसको लेकर वह सीपीआर पद्धति के द्वारा किस तरह से आप खुद को बचा सकते हैं। हार्ट अटैक आने पर अगर आप अकेले हैं तो क्या करें जिससे आप खुद का बचाव कर सकते हैं इन सभी बिंदुओं पर लोगों को प्रशिक्षित करती नजर आ रही हैं।
डॉक्टर ने बताया कि हार्ट अटैक आने के बाद हम कैसे उसका फर्स्ट उपचार कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि कहीं पर किसी मरीज को अगर हार्ट अटैक आया है तो सबसे पहले उसे सुरक्षित स्थान पर ले जाएं और उसके सीने पर पंप करें मरीज को किस तरह से उसके मुंह में साथ देना है। यह सारी चीजें हम इस मेले में लोगों को बता रहे हैं। साथी डॉक्टर ने बताया कि अगर आप अकेले हो और आस पास कोई ना हो तो एक नई पद्धति भी सामने आई है जिसको बोलते हैं कफ सीपीआर उन्होंने कहा कि सबसे पहले आप अपने फेफड़ों में सांस भर लीजिए और जोर से बाहर छोड़िए उन्होंने बताया कि सांस लेने से हमें ऑक्सीजन मिलता है और ज्यादा से ज्यादा कफ करने से हमारे हार्ड को प्रेशर मिलेगा।