सनातन धर्म सबसे पुराना, अरब के रेगिस्तान में तैयार किया गया था इस्लामः वसीम रिजवी
हिंदू धर्म अपनाने के साथ वसीम रिजवी ने मुस्लिम धर्म पर निशाना साधते हुए कहा कि इस्लाम कोई धर्म नहीं है वो एक आतंकी संगठन है। उनका कहना है कि अरब के रेगिस्तान में पनपा था इस्लाम।
गाजियाबाद: शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी (Wasim Rizvi) ने इस्लाम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपना लिया है। गाजियाबाद के डासना मंदिर में महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती ने उन्हें हिंदू धर्म ग्रहण कराया। इस दौरान महंत नरसिंहानंद ने कई तरह के अनुष्ठान भी किए। धर्म परिवर्तन के बाद रिजवी अब त्यागी बिरादरी से जुड़ेंगे।
'इस्लाम कोई धर्म नहीं है वो एक आतंकी संगठन'
हिंदू धर्म अपनाने के साथ वसीम रिजवी ने मुस्लिम धर्म पर निशाना साधते हुए कहा कि इस्लाम कोई धर्म नहीं है वो एक आतंकी संगठन है। उनका कहना है कि अरब के रेगिस्तान में पनपा था इस्लाम।
हिंदुत्व के लिए काम करेंगे रिजवी
धर्म परिवर्तन करने के बाद वसीम रिजवी ने कहा कि आज से वह सिर्फ हिंदुत्व के लिए काम करेंगे। उन्होंने कहा कि मुसलमानों का वोट किसी भी सियासी पार्टी को नहीं जाता है। मुसलमान केवल हिंदुत्व के खिलाफ और हिंदुओं को हराने के लिए वोट करते हैं। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही वसीम रिजवी ने अपनी वसीयत जारी की थी। इस वसीयत में उन्होंने ऐलान किया था कि मरने के बाद उन्हें दफनाने के बजाय हिंदू रीति रिवाज से अंतिम संस्कार किया जाए। उन्होंने यह भी कहा था कि यति नरसिम्हानंद उनकी चिता को आग दें। इस वसीयत के बाद वसीम रिजवी का एक वीडियो भी सामने आया था, जिसमें उन्होंने खुद की हत्या की साजिश की आशंका जताई थी।