पूर्णिमा स्नान पर हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा में लगाई आस्था की डुबकी, घाटों पर उमड़ी भक्तों की भीड़

उन्नाव के चलकवंशी के पास स्थित परियर ब्रह्मावर्त गंगा तट पर श्रद्धालुओं ने ब्रम्हमुहूर्त से ही गंगा स्नान कर पूजा अर्चना की और मौके पर मौजूद तीर्थ पुरोहितों को दान दक्षिणा दी। वापस लौटते समय रास्ते में पड़ने वाले बाबा बलखण्डेश्वर महादेव मंदिर व जानकी कुंड आश्रम में मंदिरों में जलाभिषेक कर परिवार की मंगल कामना की।

/ Updated: Apr 16 2022, 01:27 PM IST
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उन्नाव: आज शनिवार को पूर्णिमा के अवसर पर ब्रह्मामुहूर्त से ही श्रद्धालु परियर गंगातट, शुक्लागंज के घाटों पर आस्था की डुबकी लगाकर पूजा अर्चना की। इसी तरह नानामऊ घाट पर भी स्नान किया गया। बक्सर घाट में भी स्नान के लिए लोगों की भीड़ रही। 

उन्नाव के चलकवंशी के पास स्थित परियर ब्रह्मावर्त गंगा तट पर श्रद्धालुओं ने ब्रम्हमुहूर्त से ही गंगा स्नान कर पूजा अर्चना की और मौके पर मौजूद तीर्थ पुरोहितों को दान दक्षिणा दी। वापस लौटते समय रास्ते में पड़ने वाले बाबा बलखण्डेश्वर महादेव मंदिर व जानकी कुंड आश्रम में मंदिरों में जलाभिषेक कर परिवार की मंगल कामना की। कोरोना वायरस के केस एक बार फिर बढ़ने से गंगा तट पर स्न्नान करने पहुँचे अधिकतर श्रद्धालु मास्क लगाकर पहुँचे।

शुक्लागंज में आज शुक्लपक्ष की पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। गंगा स्नान कर श्रद्धालुओं ने दूध, घृत, शहद, अक्षत, रोली, चंदन, पुष्प, सुगंध, धूप, दीप व नैवेद्य आदि समर्पित कर पतित-पावनी का विधि-विधान से पूजन-अर्चन किया व उनसे सुख और समृद्धि की कामना की। मिश्रा कालोनी घाट, गंगा बिशुन घाट, शिव बाबा घाट, आनंद घाट, पुल के नीचे बने घाट व चंदन घाट पर गंगा स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। भोर पहर से ही श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान प्रारंभ कर दिया था। श्रद्धालुओं ने गंगा के घाटों व तटों पर भगवान सत्य नारायन की कथा सुनी व प्रसाद बांटा। आचार्य सृजध्वज ने बताया कि माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा पर गंगा स्नान का बड़ा महत्व है। इस दिन गंगा स्नान करने व दान करने से कोटि-कोटि जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं।