उन्नाव: दरोगा ने मृतक के खिलाफ लगाई चार्जशीट, कोर्ट ने दरोगा पर दर्ज किया मुकदमा

दरोगा से मृतक का पिता कहता रहा कि उसका बेटा मर चुका है मुकदमे से नाम बाहर कर दीजिए। लेकिन सांठगांठ कर दारोगा ने फर्जी तरीके से मुकदमे में नामित तीन लोगों के साथ मृतक युवक के खिलाफ चार्जशीट लगाकर न्यायालय में दाखिल कर दिया। 

/ Updated: May 27 2022, 05:05 PM IST

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उन्नाव: औरास थाना क्षेत्र के एक गांव में दो पक्षों में दो साल पहले मारपीट हुई थी इसके बाद एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर मारपीट गाली-गलौज जान से मारने की धमकी का मुकदमा दर्ज कराया था। मुकदमे में एक पक्ष ने मृतक युवक का भी नाम एफआईआर में शामिल करा दिया। थाने में तैनात दरोगा को विवेचना मिली मृतक का पिता दरोगा से कहता रहा कि उसका बेटा मर चुका है मुकदमे से नाम बाहर कर दीजिए। लेकिन सांठगांठ कर दारोगा ने फर्जी तरीके से मुकदमे में नामित तीन लोगों के साथ मृतक युवक के खिलाफ चार्जशीट लगाकर न्यायालय में दाखिल कर दिया। परिजनों को नोटिस प्राप्त होने पर न्यायालय का दरवाजा खटखटाया और उन्होंने दरोगा समेत तीन लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया है। 

औरास थाना क्षेत्र के ग्राम मुरौवन टोला निवासी अनवर पुत्र बदुल्ला ने बताया कि उसके बेटा वसीम की 5 मई 2018 को टेंपो पलटने से सड़क हादसे में मौत हो गई थी। मोहल्ले के ही रहने वाले हेमनाथ, नौशाद, उदन से 20 मार्च 2020 को शौचालय बनवाने को लेकर विवाद हो गया था। तीनों लोगों ने मारपीट जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाकर मुकदमा पंजीकृत करा दिया। मुकदमे में मेरे मृतक बेटे वसीम को भी नामजद करा दिया। मुकदमे की विवेचना औरास थाने में तैनात दरोगा सुरेश चंद्र के द्वारा की जा रही थी। अनवर ने विवेचना के दौरान दरोगा से अपने मृतक बेटे का नाम निकलवाने की बात कही। दरोगा ने परिजनों की नहीं सुनी और मुकदमे में नामित सभी के खिलाफ चार्टशीट 16 मार्च 2020 को लगाकर न्यायालय में दाखिल कर दिया। कुछ दिन पहले मृतक युवक के घर सम्मन पहुंचा तो परिजनों के होश उड़ गए। परिजनों ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया और 156 (3) के तहत हेमनाथ नौशाद ऊदन और सेवानिवृत्त दरोगा सुरेश चंद्र खिलाफ आईपीसी  419, 420 के तहत औरास थाने में मुकदमा पंजीकृत कराया है। 

मृतक के भाई असजिद ने बताया कि हमारा भाई पूरा नगर चौराहे पर एक्सीडेंट से खत्म हो गया था दरोगा हमारे यहां आए। हमें दरोगा जी से कहा कि हमारा भाई खत्म हो गया न दरोगा जी सुने न सिपाही सुने भाई पर मुकदमा लिख कर चार्जशीट लगा कर उन्नाव कोर्ट भेज दिया। दरोगा जी ने मृतक भाई का आधार कार्ड मांगा हमने कहा भाई मर गया फिर कहे नही दोंगे तो योगी तक भागे भागे फिरोगे जबरन आधार कार्ड लेकर अंगूठा लगा कर दर्ज करवा दिया झूठे गवाह लगा कर चार्जशीट दाखिल कर दी।