अब बच्चों के मन में नहीं रहेगा गणित और विज्ञान का डर, गेमिंग ऐप से जिला प्रशासन करने जा रहा नया प्रयोग
वाराणसी में बच्चों के मन से विज्ञान का गणित का डर हटाने के लिए जिला प्रशासन एक नई पहल शुरू करने जा रहा है। यहां बच्चों को गेमिंग ऐप के जरिए शिक्षा देने की नई कवायद शुरू होने जा रही है।
वाराणसी: सरकारी स्कूलों के बच्चों की शिक्षा का स्तर बढ़ाने के लिए कंप्यूटर गेम (स्टेप एप) के जरिए पढ़ाई कराई जाएगी। कक्षा छ से 12 तक के बच्चों को उत्कृष्ट शिक्षा देने के लिए जिला प्रशासन नया प्रयोग करने जा रहा है।
आईआईटी के युवाओं द्वारा तैयार गेमिंग एप के जरिए बच्चों को विज्ञान और गणित का डर भगाकर खेलों के माध्यम से पढ़ाया जाएगा। बतौर पायलट प्रोजेक्ट सुपर बनारस की शुरूआत कुछ दिनों में हो जाएगी। प्रथम चरण में स्टेप एप टीम के सदस्य ब्लॉकों के स्कूलों का निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लेंगे। अक्सर बच्चे गणित और विज्ञान के कठिन सवालों से डर कर उनसे दूर भागने लगते हैं। बच्चों के मन से विषय का डर निकालने के लिए जिला प्रशासन ने पहल की है। बच्चों को कंप्यूटर गेम के जरिये गणित और विज्ञान के पाठ्यक्रम में दिए गए विषय वस्तु को खेलों के माध्यम से बच्चों की शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए शुरू हुई पहल में जिन स्कूलों में कंप्यूटर की सुविधा नहीं होगी, वहां प्रशासन की ओर से टैब लैब की स्थापना की जाएगी। ताकि बच्चे टैब लेट पर खेल के जरिये अपने विषय पर आसानी से समझ सकेंगे।
कंप्यूटर पर गेम खेलने के दौरान बच्चों को अंक मिलेंगे, जो उसके डैशबोर्ड पर दिखाई देगा। इस अंक के जरिये शिक्षक बच्चे की बौद्धिक क्षमता का आकलन कर सकेंगे। गेम के जरिये यह भी पता लगाया जाएगा कि बच्चा किस में तेज और किस चीज में कमजोर है। स्टेप एप स्कूलों के कंप्यूटर सिस्टम में इसे डाउनलोड करेगा। हर बच्चे की आईडी बनाई जाएगी। बच्चा बिना इंटरनेट के खेल खेल में पाठ में दिए गए विषय वस्तु समझ लेगा।