एक्सप्लेनर: आखिर क्यों हो रहा है हांगकांग में प्रदर्शन और क्या है चीन का रोल
पिछले कुछ महीनों से हांगकांग में हंगामा बरपा हुआ है। प्रदर्शनकारी उस प्रत्यर्पण क़ानून का विरोध कर रहे हैं जिसके तहत अपराध के संदेह पर हॉन्ग कॉन्ग के किसी शख्स को चीन भेजा जा सकता है। हॉन्ग कॉन्ग में पिछले 13 हफ्तों से लगातार प्रोटेस्ट हो रहा है। हर रोज प्रदर्शन और हिंसा हो रही है। सन 1997 तक ब्रिटिश उपनिवेश रहा हांगकांग इस शर्त के साथ चीन को दिया गया था कि नागरिकों के लोकतांत्रिक अधिकार बने रहेंगे। चीन ने हांगकांग को स्वायत्तता दी।
दिल्ली. पिछले कुछ महीनों से हांगकांग में हंगामा बरपा हुआ है। प्रदर्शनकारी उस प्रत्यर्पण क़ानून का विरोध कर रहे हैं जिसके तहत अपराध के संदेह पर हांगकांग के किसी शख्स को चीन भेजा जा सकता है। हांगकांग में पिछले 13 हफ्तों से लगातार प्रोटेस्ट हो रहा है। हर रोज प्रदर्शन और हिंसा हो रही है। सन 1997 तक ब्रिटिश उपनिवेश रहा हांगकांग इस शर्त के साथ चीन को दिया गया था कि नागरिकों के लोकतांत्रिक अधिकार बने रहेंगे। चीन ने हांगकांग को स्वायत्तता दी। लेकिन नागरिक अधिकारों में धीरे-धीरे कटौती शुरू कर दी। इससे वहां के लोगों को लगने लगा कि एक दिन उनकी स्वायत्ता पूरी तरह खत्म हो जाएगी। इसी के बाद वहां लोकतंत्र की मांग को लेकर आंदोलन शुरू हुआ। पुलिस ने तीन महीनों में करीब 1140 लोगों को गिरफ्तार किया है। पिछले एक सप्ताह में 240 प्रदर्शनकारी गिरफ्तार किए गए। प्रदर्शन के दौरान अब तक 300 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इनमें पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। हांगकांग प्रशासन ने कहा था कि वह औपचारिक तौर पर प्रत्यर्पण बिल जल्द वापस लेगा। इस पर आंदोलनकारियों ने कहा कि अब देर हो चुकी है। उनकी सभी 5 मांगें पूरी की जाएं तभी आंदोलन वापस लेंगे। चीन ने कहा था, ब्रिटेन और अमेरिका हांगकांग में आशंति फैला रहे हैं। विदेशी एवं राजनैतिक मामलों के जानकर अभिषेक खरे से समझें आखिर क्या है यहां के लोगों की समस्या और मुख्य मांगे ।