आज (26 मई, बुधवार) वैशाख पूर्णिमा है। इस बार ये तिथि बहुत ही खास है। ज्योतिषियों के अनुसार, वैशाख पूर्णिमा पर तीन ग्रह स्वराशि में रहेंगे साथ ही चार शुभ योग भी बन रहे हैं।
इस बार 26 मई, बुधवार को वैशाख मास की पूर्णिमा है। इस तिथि पर सूर्य अपनी उच्च राशि मेष में और चंद्रमा भी अपनी उच्च राशि तुला में होता है। इसे बुद्ध पूर्णिमा और पीपल पूर्णिमा भी कहा जाता है।
वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोहिनी एकादशी कहते हैं। धर्मशास्त्रों के अनुसार, यह तिथि सब पापों को हरने वाली और उत्तम है। इस व्रत के प्रभाव से मनुष्य मोह जाल तथा पापों से छुटकारा पा जाते हैं।
हमारे जीवन में बीमारियों का आना-जाना लगा रहता है। कुछ बीमारियां जल्दी ठीक हो जाती हैं तो कुछ लंबे समय तक बनी रहती हैं। इन बीमारियों का कारण ग्रहों की अशुभ स्थिति भी हो सकती हैं।
ज्योतिष शास्त्र कहता है कि कर्म करने के साथ ही मनुष्य का भाग्य का साथ देना भी आवश्यक होता है, इसके अलावा कई बार ग्रहों की खराब स्थिति के कारण भी जीवन में परेशानियां आने लगती हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, आज (17 मई) सोम पुष्य का शुभ योग बन रहा है। पुष्य नक्षत्र का आरंभ आज सुबह 9.45 से होगा, जो अगले दिन 10.43 तक रहेगा। पुष्य नक्षत्र सोमवार को होने से ये सोम पुष्य कहलाएगा। इसके अलावा इस दिन धाता और सर्वार्थ सिद्धि नाम के 2 अन्य शुभ योग भी बन रहे हैं।
ज्योतिष शास्त्र में कई तरह के शुभ-अशुभ योगों के बारे में बताया गया है। ऐसा ही एक अशुभ योग है अल्पायु योग। जिन लोगों की कुंडली में ये योग होता है, उनका जीवन कम होता है यानी वे कम उम्र में ही किसी न किसी कारण मारे जाते हैं।
आज (14 मई, शुक्रवार) अक्षय तृतीया है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस तिथि पर किया गया कोई भी शुभ कार्य सफल होता है। इस कारण लोग अक्षय तृतीया पर विवाह, गृह प्रवेश, नया व्यापार, धार्मिक अनुष्ठान और पूजा-पाठ करते हैं।
कोरोना महामारी में वैक्सीन बीमारी से बचाव करती है, लेकिन वैक्सीन लगवाने के बाद भी व्यक्ति संक्रमित हो सकता है। इसलिए एक्सपर्ट्स का कहना है कि वैक्सीन लेने के बाद विशेष सावधानी रखने की जरूरत है। कोरोना महामारी में वैक्सीन लगवाने के बाद कुछ लोग मास्क लगाना बंद कर देते हैं। जबकि ऐसा नहीं करना चाहिए। वैक्सीन लगवाने के करीब 2 हफ्ते के बाद शरीर में एंटीबॉडी विकसित होते हैं।
ज्योतिष में शुक्र को भौतिक सुख-सुविधाओं, वैभव और ऐश्वर्य का कारक माना जाता है। शुक्र के बलवान होने पर व्यक्ति एक संपन्न जीवन व्यतीत करता है, वहीं शुक्र के कमजोर या अशुभ स्थिति में होने पर व्यक्ति को धन संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा शुक्र ग्रह का प्रभाव प्रेम संबंधों पर भी पड़ता है।