इस बार 11 मई, मंगलवार को वैशाख अमावस्या है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब मंगलवार और अमावस्या का योग बने तो उसे भौमावस्या कहते हैं। ये योग मंगल और पितृ दोष शांति के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है।
आज (11 मई, मंगलवार) को वैशाख मास की अमावस्या है। इसे पितृ अमावस्या भी कहते हैं। इस दिन पितरों की पूजा का विशेष महत्व है।
इस बार 8 मई, शनिवार को शनि प्रदोष का योग बन रहा है। इस योग में शनिदेव की पूजा करना श्रेष्ठ रहता है। न्यूमरोलॉजी के अनुसार अंक 8 के स्वामी भी शनि हैं।
जर्नल द लांसेट ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया था कि कोरोना वायरस का ट्रांसमिशन ज्यादातर हवा के जरिए होता है। रिपोर्ट में गाइडलाइन में बदवाल की बात भी कही गई थी।
दैनिक जीवन की समस्याओं को दूर करने के लिए लाल किताब में बताए गए उपाय बहुत ही कारगर माने जाते हैं। लाल किताब के इन उपायों से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि का आगमन होता है।
देश में कोरोना की दूसरी लहर का खतरा अभी टला भी नहीं है कि कुछ विशेषज्ञों ने कोरोना की तीसरी लहर की भी संभावना जताना शुरू कर दिया है। बेंगलुरु में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ में प्रोफेसर डॉक्टर गिरिधारी बाबू ने कहा, तीसरी लहर के कई फैक्टर हो सकते हैं। इसका असर दिसंबर में देखने को मिल सकता है। जैसे कि कितने लोगों को वैक्सीन लगी है। सुपर स्प्रेडर घटनाओं को रोकने के लिए क्या-क्या इंतजाम करते हैं। कोरोना के नए वेरिएंट का पता कितनी जल्दी लगा लेते हैं। ये सभी फैक्टर बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
23 मई से शनि की चाल में बदलाव होने वाला है। शनि चंद्रमा के नक्षत्र श्रवण में और अपनी ही राशि मकर में वक्री हो रहा है यानी टेढ़ी चाल से चलेगा। इसके बाद 11 अक्टूबर को इसी नक्षत्र में गोचर करते हुए मार्गी होगा। यानी सीधी चाल से चलने लगेगा। इस तरह शनि 4 महीने 17 दिनों तक टेढ़ी चाल से चलेगा।
ज्योतिष शास्त्र में रोगों के बारे में भी विस्तारपूर्वक बताया गया है। जैसे किस ग्रह की कारण कौन-से रोग होने की संभावना सर्वाधिक होती है।
फिटकरी का उपयोग अनेक कामों में किया जाता है। ये लगभग हर घर में पाई जाने वाली वस्तु है। मान्यता है कि इसे निगेटिव एनर्जी को सोखने की क्षमता होती है, इसलिए अनेक ज्योतिष और वास्तु उपायों में इसका उपयोग किया जाता है।
किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में शनि खराब हो तो उसे बहुत बुरे परिणाम भुगतने पड़ते हैं। शनि खराब होने पर व्यक्ति अपने घर से बेघर हो सकता है, उसकी बनी-बनाई संपत्ति बिक जाती है, उस पर किसी तरह का मुकदमा हो जाता है, वह हमेशा विवादों में घिरा रहता है।