प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 88वें जन्मदिन के अवसर पर धर्म गुरु दलाई लामा को बधाई दी। पीएम ने उनकी लंबी उम्र और स्वस्थ जीवन की कामना की।
अमेरिका के टेक्सास के एलन ईस्ट सेंटर में गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima) पर 10 हजार लोगों ने एक साथ भगवद गीता (Bhagavad Gita) का पाठ किया।
इस बार 3 जुलाई, सोमवार को गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जा रहा है। ये दिन गुरुओं को समर्पित हैं। शिष्य इस दिन अपने-अपने धार्मिक, आध्यात्मिक व अन्य गुरुओं की पूजा करते हैं व उपहार आदि भी भेंट करते हैं।
इस बार गुरु पूर्णिमा पर्व 3 जुलाई, सोमवार को है। इस दिन सभी लोग अपने-अपने गुरुओं की पूजा करते हैं। गुरु का अर्थ है अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाला। हर साल ये उत्सव आषाढ़ मास की पूर्णिमा पर मनाया जाता है।
गुरू पूर्णिमा पर जानिए राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के गुरू के बारे में जिन्होंने राजनीति की ऐसी शिक्षा दी की अपना पहला चुनाव हारने वाली नेता कई बड़े राजनीतिक पदो पर रही फिर बन गई मुख्यमंत्री।
Guru Purnima 2023: कोई कितनी ही बड़ी कामयाबी हासिल क्यों नहीं कर ले, हर सफल इंसान के पीछे उसके गुरू का आशीर्वाद होता है। खेल हो या रानजीति-बॉलीवुड सफलता के मंत्र उनके गुरू ही बताते हैं। गुरु पूर्णिमा के मौके पर जानिए सीएम अशोक गहलोत के गुरू कौन थे।
Guru Purnima 2023: गुरू दो प्रकार के होते हैं एक वो जो स्कूल में शिक्षा ते हैं। दूसरे वो जो आध्यात्मिक शिक्षा देकर अंधकार से प्रकाश तरफ ले जाते। गुरु पूर्णिमा पर जानिए राजस्थान के दो ऐसे टीचर की कहानी, जिन्हें राष्ट्रपति ने पुरस्कार दिया है।
नीता-मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर (NMACC) में गुरु पूर्णिमा के मौके पर सालाना उत्सव ‘परंपरा’ शुरू किया गया। इस मौके पर रिलायंस इंडस्ट्रीज की चेयरपर्सन नीता अंबानी ने रिलायंस के फाउंडर और अपने ससुर धीरुभाई अंबानी को अपना गुरु बताते हुए उन्हें याद किया।
हिंदू धर्म में गुरू को भगवान का दर्जा दिया गया है। क्योंकि वह हमें अंधकार से प्रकाश के लिए ले जाते हैं। इसलिए शिष्य ऐसे गुरुओं के लिए आज 3 जुलाई को गुरु पूर्णिमा पर्व मनाते हैं। इस मौके पर जानिए चित्तौड़गढ़ के गुरुकुल की कहानी।
Guru Bhajan Hindi Lyrics: हिंदू धर्म में गुरु को भगवान से भी श्रेष्ठ माना गया है। हर साल गुरु के सम्मान में गुरु पूर्णिमा पर्व मनाया जाता है। इस बार गुरु पूर्णिमा पर्व 3 जुलाई, सोमवार को मनाया जा रहा है। इस दिन लोग अपने-अपने गुरुओं की पूजा करते हैं।