बिहार की 17वीं विधानसभा का पहला सत्र आज शुरू हो गया। राजद नेता तेजस्वी यादव ने सत्र के पहले दिन ही बिहार की नीतीश सरकार पर हमला बोला। तेजस्वी ने कहा, नीतीश कुमार भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह हैं। उन्होंने कहा, नीतीश ने चोर दरवाजे से एक बार फिर सरकार बनाने का काम किया है। वो भीष्म पितामह भ्रष्टाचार के इसलिए हैं क्योंकि जितने भी गुनहगार हैं, भ्रष्टाचारी हैं उन्हें संरक्षण देना और बचाव करना उनकी पुरानी फितरत रही है।
पटना में राबड़ी देवी के आवास पर आज आरजेडी विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें पार्टी तेजस्वी यादव को विधायक दल का नेता चुन लेगी। बैठक में राबड़ी देवी के अलावा प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह सहित तमाम नवनिर्वाचित विधायक व बड़े नेता शामिल रहेंगे।
नीतीश के खिलाफ जिस तरह का माहौल था उसमें आखिर गलती कहां हुई जो तेजस्वी पिछड़ गए? ध्यान से देखें तो पांच बड़ी गलतियों ने तेजस्वी की मेहनत पर पानी फेर दिया।
आरजेडी ने यह भी कहा है कि चुनाव नतीजे पक्ष में आये या खिलाफ में, हमारी राजनीति की परिधि या रास्ते में केवल आम जन की सुविधा और उनके उत्थान का ख्याल ही रहना चाहिए। ऐसे में परिणाम कैसा भी हो हमें धैर्य बनाए रखना है ।अनुचित प्रदर्शन बिल्कुल भी नहीं करना है।
एनडीए में जेडीयू, बीजेपी, हिन्दुस्तानी अवामी मोर्चा और विकासशील इंसान पार्टी शामिल है। सीएम फेस नीतीश कुमार हैं। जबकि महागठबंधन में आरजेडी, कांग्रेस, सीपीआई, सीपीआई एमएल और सीपीएम शामिल हैं। सीएम का फेस लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण के लिए 78 विधानसभा सीटों पर शनिवार को मतदान हो रहा है। इसके बाद सभी की निगाहें दस नवंबर पर टिकी रहेगी। इस बीच तेजस्वी यादव की तस्वीर शेयर कर दावा किया जा रहा है कि उन्हें लंदन में सबसे युवा राजनीतिक अवॉर्ड मिला है।
तेजस्वी ने हर दिन औसतन 12 सभाएं कीं। इस दौरान उन्होंने एक दिन में सबसे ज्यादा सभा करने का रिकॉर्ड भी बनाया। बिहार में एक दिन में सबसे ज्यादा 16 सभा करने का रिकॉर्ड पहले आरजेडी चीफ लालू यादव के नाम था।
बिहार चुनाव के तीसरे चरण में 2, 35,54, 071 मतदाता कुल 1208 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। इनमें 110 महिला प्रत्याशी भी हैं। 78 में से सबसे ज्यादा 46 सीटों पर लालू यादव की आरजेडी ने उम्मीदवार उतारे हैं।
बिहार की राजनीति में अच्छी छवि हासिल करने वाले नीतीश का मास्टरस्ट्रोक तीसरे फेज में बहुत बड़ा असर डाल सकता है। अबतक उनके खिलाफ जो सत्ता विरोधी रुझान दिख रहा था वो कम हो सकता है।
अररिया के सिकटी की जनसभा में जनता से महंगाई, गरीबी, भुखमरी बढ़ाने को लेकर सवाल पूछते हुए तेजस्वी ने कहा- "जब 15 साल मौका मिला तो कोई काम नहीं कर पाए नीतीश जी। अब आगे के 5 साल क्या काम करेंगे?"