झारखंड के रांची में हुए सड़क हादसें में अनियंत्रित ट्रक ने एक स्कूल बस को टक्कर मार दी । हादसा इतना भयानक था कि स्कूल वेन कागज की तरह हवा में 50 मीटर तक उड़ कर दूर जा गिरी। हादसे में 4 मासूम की मौके पर ही जान चली गई।
रविवार, 31 जुलाई को, मुहर्रम 2022 का महीना आधिकारिक तौर पर भारत में शुरू हुआ। इसका समापन 9 अगस्त को होगा। कहा जाता है कि मुहर्रम के महीने में पैगंबर इमाम हुसैन कर्बला की लड़ाई में मारे गए थे।
रक्षाबंधन से कुछ दिन पहले एक भाई पर अपनी ही बहन को मौत के घाट उतारने का आरोप लगा है। उसकी मां ने ही अपने बेटे पर उसकी बहन को मारने का आरोप लगाया है। पड़ोसी द्वारा अपनी ही बहन को लेकर कही जाने वाली बात भाई को इतनी नागवार गुजरी कि उसने अपनी बहन को मौत के घाट उतार दिया।
राजस्थान की राजधानी जयपुर में राखी के दो दिन पहले हुआ हादसा। पानी के होद में डूबने से दो बच्चो की गई जान। जिसमें से एक दस और दूसरा ग्यारह साल का था। राखी में देने वाला था बड़ी बहन को सरप्राइज। घटना के बाद दोनों घरों में कोहराम मच गया।
एक मगरमच्छ के सिर में किसी ने बड़ा सा चाकू घोंप दिया और भाग गया। मगरमच्छ कुछ दिन तक इसी स्थिति में तैरता रहा। जख्म गहरा होता गया और जब तक अधिकारियों ने उसे इस स्थिति में देखा, वह लगभग बेदम सा हो चुका था।
खाटू मंदिर से 200 मीटर दूर मची भगदड़ में जयपुर के मानसरोवर के शिप्रा पथ की रहने वाली कृपा देवी की भी मौत हो गई। सोमवार को मंदिर में पहले दर्शन करने की होड़ में तीन महिलाओं की मौत हो गई थी।
मध्यप्रदेश के ग्वालियर से गुजरात जा रही एक निजी बस राजस्थान के डूंगरपुर जिले में पलट गई। हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई, वहीं दर्जनभर लोग घायल हुए हं। पुलिस ने मौके पर पहुंच मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
जमशेदपुर डबल मर्डर केस में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस को मृतकों के घर से एक सुसाइड नोट मिला है जो दंपत्ति की 15 साल की बेटी खुशबू के नाम पर हैं। उसमें लिखा है कि पापा ने मम्मी को मार दिया है। इस कारण मैंने पापा को मार दिया
मध्य प्रदेश के विदिशा से एक अनोखी और सच्ची प्रेम कहानी सामने आई है। जहां बुजुर्ग पति-पत्नी 56 सालों तक दोस्त की तरह साथ रहे। साथ-जीने मरने की कसमें खाईं। सयोंग से दोनों 24 घंटे के भीतर दुनिया को अलविद कह गए।
सीकर जिले के खाटू श्याम मंदिरे भदगड़ मचने के बाद हादसा हो गया, 3 लोगों की जान भी चली गई। लोगों को 14 साल पहले जोधपुर के मेहरानगढ़ किले में चामुंडा माता मंदिर में हुए हादसे का मंजर याद आ गया। जहां देवी के दरबार में 217 भक्तों की मौत हो गई थी।