केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को रक्षा अधिग्रहण प्रक्रिया (डीएपी) -2020 की एक विशेष बैठक बुलाई गई। बैठक में रक्षा मंत्री ने अधिग्रहण प्रक्रिया के दस्तावेजों का अनावरण किया है। यह बैठक नई दिल्ली स्थित रक्षा मंत्रालय के साउथ ब्लॉक में हुई जिसमें चीफ डिफेंस ऑफ स्टॉफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवने, नौसेना स्टाफ के प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया उपस्थित रहे।
सीमा विवाद को लेकर भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है। पूर्वी लद्दाख में एलएसी (LAC) पर तनाव कम करने के लिए आर्मी और डिप्लोमैटिक लेवल पर बातचीत चल रही है, लेकिन चीन ने भूटान से लगे डोकलाम के पास अपने एच-6 परमाणु बॉम्बर और क्रूज मिसाइल को तैनात कर दिया है। इसे देखते हुए भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन को कड़ी चेतावनी दी है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार शाम 7.30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। इसमें केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, प्रहलाद जोशी, पीयूष गोयल, थावर चंद्र गहलोत और मुख्तार अब्बास नक्वी भी मौजूद रहेंगे। माना जा रहा है कि इस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से भाजपा राज्यसभा में हंगामे को लेकर विपक्ष पर निशाना साध सकती है।
संसद के मानसून सत्र के चौथे दिन भारत-चीन सीमा तनाव पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह गुरुवार को राज्यसभा में बरसे। दो दिन पहले मंगलवार को राजनाथ ने लोकसभा में भी इसी विषय पर अपना पक्ष रखा था। उन्होंने बताया था कि वर्तमान स्थिति के मुताबिक, चीन ने सीमा से लगे इलाकों में बड़ी संख्या में सैनिक और गोला-बारूद जमा कर रखे हैं।
भारत और चीन विवाद के बीच बुधवार को सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई। इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, थावरचंद गहलोत, प्रहलाद जोशी, वी.मुरलीधरन, राज्यसभा सांसद गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा और टी शिवा हिस्सा लेने पहुंचे।
कोरोना महामारी के बीच आज मानसून सत्र का दूसरा दिन है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मंगलवार को लोकसभा में एलएसी पर चीन के साथ विवाद के मुद्दे पर जवाब देंगे। पूर्वी लद्दाख में पिछले चार महीने से भारत और चीन के बीच विवाद चल रहा है। कई स्तर की बातचीत के बाद भी स्थिति जैसी की तैसी बनी हुई है।
लड़ाकू विमान राफेल आज भारतीय वायुसेना में औपचारिक रूप से शामिल हो रहा है। अंबाला एयरबेस पर भव्य समारोह का आयोजन किया जा रहा है। LAC पर तनाव के बीच मॉस्को में आज विदेश मंत्री एस. जयशंकर, चीनी विदेश मंत्री से मुलाकात करेंगे। राफेल के लिए सर्वधर्म पूजा का आयोजन किया गया है।
पूर्वी लद्दाख में सीमा पर तनाव के बीच शुक्रवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और चीन के रक्षा मंत्री वेई फेंग के बीच बैठक हुई। यह चार महीने से चले आ रहे तनाव के बीच मंत्रालय स्तर की पहली बैठक थी। बैठक 2 घंटे 20 मिनट चली।
पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद को लेकर भारत और चीन के बीच विवाद चरम पर है। इसी बीच भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में शामिल होने के लिए मॉस्को गए हैं। इस बैठक में चीन के रक्षा मंत्री वेई फेंघे भी शामिल हुए हैं। शुक्रवार की रात चीन के रक्षा मंत्री और भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मुलाकात हुई।
राजनाथ सिंह ने एनसीसी कैडेट्स के ऑनलाइन प्रशिक्षण में मदद के लिए एक मोबाइल एप लॉन्च किया। इस मौके पर रक्षा मंत्री के अलावा चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, रक्षा सचिव अजय कुमार, महानिदेशक एनसीसी लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चोपड़ा सहित मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।