सार

महाभारत में कुंती का किरदार निभाने वाली नाजनीन 34 सालों से गुमनाम हैं। खूबसूरती और बेहतरीन अभिनय के बावजूद, वे आज कहाँ हैं, किसी को नहीं पता। जानिए उनकी अनसुनी कहानी।

एंटरटेनमेंट डेस्क. बी. आर. चोपड़ा का पॉपुलर शो 'महाभारत' आज भी दर्शकों के सबसे पसदीदा शोज में से एक है। इस शो के हर कैरेक्टर ने दर्शकों के दिलों में अपनी खास छाप छोड़ी। आज भी लोग इन किरदारों और इन्हें निभाने वाले एक्टर्स को याद करते हैं। लेकिन इस शो की एक ऐसी हीरोइन भी है, जो वैसे तो सबसे खूबसूरत हीरोइनों में शुमार थी और एक्टिंग भी जबरदस्त की थी। लेकिन आलम यह है कि आज कोई नहीं जानता कि वह हीरोइन कहां और किस हाल में है है। पॉपुलैरिटी के बाद भी लीड रोल को तरसती रही यह हीरोइन बीते 34 साल से गुमनाम है। आइए आपको बताते हैं इस हीरोइन के बारे में...

कौन है गुमनामी में खो चुकी यह हीरोइन?

जिस हीरोइन की कहानी हम यहां आपको बता रहे हैं, वह कोई और नहीं, बल्कि ‘महाभारत’ में पांडवों की मां कुंती का रोल करने वाली नाजनीन हैं। नाजनीन का जन्म 1958 में कोलकाता के एक मुस्लिम परिवार में हुआ था। हालांकि, बाद में वे अपने पैरेंट्स के साथ मुंबई शिफ्ट हो गई थीं। रिपोर्ट्स की मानें तो उन्होंने मुंबई के हिल ग्रेंज हाई स्कूल से पढ़ाई की और यहां वे नीतू सिंह की क्लासमेट थीं। कहा यह भी जाता है कि दोनों एक्ट्रेसेस में काफी अच्छी दोस्ती थी और नीतू सिंह अक्सर नाजनीन को अपनी मां के फ़्लैट पर लंच के लिए बुलाया करती थीं।

एक बार बहन क्या बनीं, बहन के रोल ही मिलने लगे

नाजनीन ने अपने करियर की शुरुआत 1972 में आई फिल्म 'सा रे गा मा पा' से की थी। कथिततौर पर मुस्लिम होने की वजह से  नाजनीन को एक डायरेक्टर ने नाम बदलने की सलाह दी थी। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया, बल्कि तय किया कि वे अपने असली नाम के साथ ही पहचान बनाएंगी। 1974 में वे फिल्म 'कोरा कागज़' में जया बच्चन की बहन की भूमिका में नज़र आईं। इसकी सबसे बड़ी वजह यह थी कि वे जया जैसी दिखती थीं। फिल्म में नाजनीन की भूमिका को इतना पसंद किया गया कि इसके बाद उन्हें लगातार बहन के रोल ही ऑफर होने लगे। 

बहन के रोल के ऑफर से परेशान हो चुकी थीं नाजनीन

खुद नाजनीन ने यह खुलासा एक इंटरव्यू में किया था। उन्होंने कहा था, "सबको लगता था कि मैं Goody Goody रोल के लिए अच्छी थी।" भले ही नाजनीन की फ़िल्में सफल हो रही थीं, लेकिन निर्माता उन्हें बहन के किरदार ही ऑफर कर रहे थे। वे इससे इस कदर परेशान हुईं कि उन्होंने अपना करियर ही दांव पर लगा दिया और सभी ऑफर ठुकराने शुरू कर दिए।

बी-ग्रेड फिल्मों में लीड रोल करती थीं नाजनीन

बताया जाता है कि नाजनीन मेनस्ट्रीम फिल्मों में बहन की भूमिकाएं इसलिए ठुकरा रही थीं, क्योंकि वे बी-ग्रेड फिल्मों में लीड रोल कर रही थीं। उन्होंने 'चलते चलते'(1976) और 'दिलदार' (1977) जैसी फिल्मों में काम किया। ख़बरों की मानें तो इन फिल्मों के निर्माता उनसे कहते थे कि अगर उन्होंने बहन के रोल मंजूर किए तो उनकी फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर घाटा उठाना पड़ेगा।

'महाभारत' से नाजनीन को मिली थी असली पहचान

नाजनीन को असली पहचान तब मिली, जब उन्हें बी. आर. चोपड़ा के शो 'महाभारत' में कुंती की भूमिका मिली, जो 1988 में टेलीकास्ट हुआ था। शो में कुंती की भूमिका को सभी ने खूब पसंद किया था। यहां तक कि द्रौपदी का रोल करने वाली रूपा गांगुली भी उनकी खूबसूरती और अदाकारी की कायल थीं। वे एक इंटरव्यू में नाजनीन की खूबसूरती की तारीफ़ कर चुकी हैं। उन्होंने कहा था, "सभी खूबसूरत थे। लेकिन व्यक्तिगत रूप से नाजनीन को पसंद करती थी। वे बेहद सुंदर थीं। अगर आप उन्हें असली लाइफ में देखें तो उनका चेहरा ग्लो करता है। उनका व्यवहार बहुत अच्छा था।" 

'महाभारत' के बाद नाजनीन अचानक गायब हो गईं। 1990 के बाद से कोई नहीं जानता कि वे कहां हैं और क्या कर रही हैं।

और पढ़ें…

कौन है देश की इकलौती हीरोइन, जिसने बैक टू बैक 5 '300 करोड़ी' मूवी दीं!

यह पेटू बच्चा आज है मस्क्युलर मैन, दे चुका सबसे ज्यादा 100 करोड़ी मूवी