4 जुलाई 1897 को विशाखापत्तनम में जन्मे, अल्लूरी अपने स्कूल के दिनों में मदुरै अन्नपूर्णय्या के साथ एक करीबी सहयोगी बन गए, जो बाद में एक प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी हुए।
भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान कई ऐसे नाम थे, जिन्होंने भारतीय जनमानस में आत्मविश्वास का संचार किया। इन्हीं में एक थे अबनिंद्रनाथ टैगोर, जो कि महान रबिन्द्रनाथ टैगोर के परिवार से ताल्लुक रखते थे।
जानें आधुनिक कला के जनक अबिंद्रनाथ टैगोर के बारे में जिन्होंने अपनी चित्रकला से राष्ट्र में नई चेतना पैदा की।
भारत में अंग्रेजों की एंट्री कैसे हुई यह इतिहास की किताबों में दर्ज है लेकिन वाकई में उस वक्त क्या हुआ था, यह जानना भी जरूरी है।
वो विद्रोह जो भारत के केरल से शुरू हुआ था। अत्तिंगल विद्रोह... ये विद्रोह केरल के वेनादी रियासत में ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ हुआ था। जो ब्रिटिश सत्ता के खिलाफ पहला संगठित विद्रोह था।
भारत के स्वतंत्रता आंदोलन का एक बड़ा अध्याय संयुक्त राज्य अमेरिका में घटित हुआ था, जिसके बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं।
भारत के स्वतंत्रता आंदोलन का एक बड़ा अज्ञात अध्याय संयुक्त राज्य अमेरिका में घटित हुआ था। यह 1917 का हिंदू-जर्मन षडयंत्र का मामला था।
46 साल की पारसी महिला भीकाजी कामा ने जर्मनी के स्टुटगार्ट में हुई दूसरी 'इंटरनेशनल सोशलिस्ट कांग्रेस' में आजादी से 40 साल पहले ही भारत का झंडा फहराया था।
पूरा भीखाजी रुस्तम कामा यानी मैडम कामा, जी हां, यही वह नाम था जिनसे ब्रिटिश सरकार भी खौफ खाती थी। अंग्रेजों ने मैडम कामा पर जुल्म किए वे उनकी हिम्मत के आगे हार गए।
भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन (Indian freedom movement) के दौरान कई भारतीयों ने अभूतपूर्व साहस का परिचय दिया था। उन्हीं में से एक हैं गामा पहलवान।