आजकल चाय के कई विकल्प मौजूद हैं। ग्रीन टी और ब्ल्यू टी के अलावा रेड टी भी अब उपलब्ध है। रेड टी के कई फायदे बताए जाते हैं।
सर्दियों में त्वचा रूखी और बेजान हो जाती है। त्वचा की देखरेख ठीक से नहीं करने से झुर्रियां, चेहरे पर काले धब्बे और आंखों के नीचे काले घेरे भी बनने लगते हैं। नींबू का इस्तेमाल कर इन समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है।
सर्दियों के दिनों में त्वचा के शुष्क हो जाने से बाल भी रूखे हो जाते हैं और डैंड्रफ की समस्या पैदा हो जाती है। कुछ घरेलू उपायों को अपना कर इस समस्या को आसानी से दूर किया जा सकता है।
मेनोपॉज के बाद अक्सर ज्यादातर महिलाओं का वजन बढ़ता है। वजन अगर ज्यादा बढ़ने लगे तो कई तरह की दिक्कत होने लगती है। ऐसे भी मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
हर घर में इस्तेमाल किया जाने वाला प्याज कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं में बहुत फायदेमंद होता है। प्याज में एंटीऑक्सीडेंट्स के साथ ही कई तरह के मिनरल्स पाए जाते हैं। यह पेट की समस्या दूर करने के साथ पुरुषों की सेक्स संबंधी कमजोरी में भी टॉनिक का काम करता है।
अक्सर लोग सुबह की शुरुआत चाय या कॉफी पी कर करते हैं। लेकिन खाली पेट चाय-कॉफी पीना नुकसानदेह होता है। लंबे समय तक ऐसा करने से एसिटिडी की समस्या पैदा होने लगती है और डायजेशन भी खराब हो जाता है।
अक्सर लोग सिरदर्द से राहत पाने के लिए ठंडे तेल का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन एक शोध से पता चला है कि इस तेल का ज्यादा इस्तेमाल करने से लकवा भी मार सकता है।
किडनी शरीर का बहुत ही महत्वपूर्ण अंग है। यह ब्लड को साफ कर जहरीले तत्वों को शरीर से बाहर निकालता है। किडनी के खराब होने पर बहुत गंभीर समस्याएं पैदा होने लगती हैं। किडनी खराब होने के संकेत या लक्षण पहले से दिखाई पड़ने लगते हैं, इसलिए उनके बारे में जानना जरूरी है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में अंग दान के मामले 2016 में 9046 से बढ़कर 2018 में 10,387 हो गए हैं। दिल्ली, इस मामले में अन्य सभी राज्यों से आगे है।
भारत में मानसिक रोगियों की संख्या सबसे ज्यादा है। इनमें डिप्रेशन के मरीज सबसे ज्यादा हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। इस रिपोर्ट के अनुसार, भारत में डिप्रेशन के शिकार लोग सबसे ज्यादा हैं। इसके बाद चीन और यूएसए का स्थान आता है।