डायबिटीज की समस्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। अब कम उम्र के लोग भी इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। एक बार हो जाने पर इस बीमारी का कोई इलाज भी नहीं है। परहेज और दवाओं से इसे नियंत्रण में रखा जाता है।
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग खानपान पर खास ध्यान नहीं दे पाते हैं और फास्ट फूड का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। इससे कमजोरी की समस्या हो जाती है। यह कमजोरी खून की कमी यानी एनीमिया की वजह से भी हो सकती है।
प्रोसेस्ड फूड और ज्यादा शुगर के इस्तेमाल से कुपोषण के साथ-साथ मोटापा बढ़ने का खतरा भी ज्यादा होता है। हेल्थ की महत्वपूर्ण रिसर्च मैगजीन 'लैंसेट' में प्रकाशित एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है।
अक्सर लोग दूध पिया करते हैं। बच्चों को तो जरूर दूध पीने को दिया जाता है, लेकिन कुछ चीजें ऐसी हैं जिन्हें खाने के बाद दूध नहीं पीना चाहिए।
सर्दियों के मौसम में एक कप कॉफी मिल जाए तो मजा आ जाता है। कॉफी पीने से शरीर में फुर्ती आ जाती है। बहुत से लोग चाय की जगह कॉफी पीना ज्यादा पसंद करते हैं। एक रिसर्च से पता चला है कि कॉफी से कई तरह के स्वास्थ्य फायदे होते हैं।
जिन लोगों को जोड़ों में दर्द की समस्या होती है, वह सर्दियों में बढ़ जाती है। इसलिए सर्दियों में इससे विशेष बचाव करना चाहिए। सर्दियों में आस्टियोआर्थराइटिस की समस्या से बचने के लिए कुछ घरेलू उपाय अपना सकते हैं।
हाल ही में हुई एक रिसर्च स्टडी से पता चला है कि मेनोपॉज के बाद ज्यादा मैग्नीशियम वाला फूड लेने से महिलाओं को कोरोनरी हार्ट डिजीज होने की संभावना कम हो जाती है।
लिवर हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है। लिवर खराब हो जाने से तरह-तरह की स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो जाती हैं। लिवर को ठीक रखना बहुत जरूरी है, क्योंकि एक बार यह खराब हो जाए तो कोई दवा कारगर नहीं होती।
देश में मानसिक रोगियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च द्वारा की गई एक स्टडी से यह जानकारी सामने आई है।
पॉपकॉर्न या मक्के का भूजा लोग अक्सर खाते हैं। आजकल तो पॉपकॉर्न रेडीमेड पैकेट में मिलते हैं, लेकिन पहले घरों में रेत में मक्के को भूज कर खाया जाता था।