Exclusive: S. Somanath ने कहा- चंद्रयान 3 ने बदल दी लोगों की सोच, बताया ISRO के अंदर कैसे काम करती है टीम
इसरो चीफ एस सोमनाथ एशियानेट सुवर्णा न्यूज के ऑफिस बेंगलुरु पहुंचे। यहां उनके द्वारा बताया गया कि भारत में कम से कम 5 ऐसी कंपनियां शुरू हो गई हैं जो सैटेलाइट बनाने को लेकर तैयार हैं।
ISRO चीफ सोमनाथ बेंगलुरु में एशियानेट सुवर्णा न्यूज के ऑफिस पहुंचे। यहां उन्होंने तमाम विषयों को लेकर चर्चा की। इसरो चीफ ने बताया कि बीते दिनों गगनयान, चंद्रयान-3 और आदित्य एल वन जैसी 3 सफलताओं के मिलने के बाद आज के समय में लोगों का रुझान साइंस और टेक्निकल एजुकेशन की ओर बढ़ा है। इसी के साथ अंतरिक्ष के बारे में लोगों की जागरुकता भी बढ़ी है। लोग आज के समय में अंतरिक्ष में मिली सफतलाओं और गतिविधियों के बारे में जानना चाहते हैं। निजी कंपनियों को अंतरिक्ष के क्षेत्र में काम करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। भारत में आज के समय में कम से कम 5 ऐसी कंपनियां शुरू हो गई हैं जो सैटेलाइट बनाने को तैयार हैं। टाटा ने भी बेंगलुरु में अपना सैटेलाइट मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने के लिए भारी निवेश किया है।
'विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा भारत'
इसरो चीफ की ओर से बताया गया कि किसी भी संस्थान या संगठन के लिए सबसे जरूरी चीज है कि वहां ऐसा माहौल बनाया जाए जहां लोग खुलकर चर्चा करें और अपने विचारों को रखे। सभी को सवाल पूछने और अलग दृष्टिकोण पर अपनी राय रखने की पूरी छूट होनी चाहिए। इसी के साथ संगठन की ओर से किए जा रहे तमाम प्रयासों के बावजूद यदि कभी-कभी सफलता न मिले तो उस पर मायूस नहीं होना चाहिए। अपने आगामी लक्ष्यों पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे लोगों के सॉफ्टवेयर और एल्गोरिदम को बेहतर बनाना प्रमुख लक्ष्यों में से एक है। इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा कि भारत वर्ल्ड की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है।