Rangpanchami 2023: एक साल में 5 पंचमी तिथि होती है खास, जानें क्यों मनाते हैं रंग पंचमी उत्सव?
Rangpanchami 2023: इस बार रंगपंचमी का पर्व 12 मार्च, रविवार को मनाया जाएगा। ये पर्व क्यों मनाया जाता है, ये बात बहुत कम लोगों को पता है। इस पर्व को मनाने के पीछे एक नहीं कई मान्यताएं और कथाएं प्रचलित हैं।
उज्जैन. हिंदू धर्म में हर तिथि की एक मान्यता है। (Why celebrate Rangpanchami) इनमें से पंचमी तिथि का भी अपना अलग महत्व है। इस तिथि पर कई व्रत-त्योहार मनाए जाते हैं। साल भर में आने वाली 24 पंचमी तिथियों में से 5 को बहुत ही खास माना गया है। ये हैं- नागपंचमी, ऋषि पंचमी, विवाह पंचमी, वसंत पंचमी और रंग पंचमी। इस बार रंगपंचमी (Rangpanchami 2023) का त्योहार 12 मार्च, रविवार को है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. नलिन शर्मा के अनुसार, रंगपंचमी पर्व क्यों मनाते हैं, इससे जुड़ी कई मान्यताएं हैं। पहली मान्यता ये है कि इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने गोपियों के साथ होली खेली थी और दूसरी मान्यता है कि इसी दिन भक्त प्रह्लाद अग्नि से जीवित बाहर निकले थे। उन्हें देखकर सभी देवता, ऋषि आदि बहुत प्रसन्न हुए थे और रंगपंचमी का पर्व मनाया गया था, तभी ये परंपरा चली आ रही है।
ये भी पढ़ें-
Rangpanchami 2023: रंगों का है ग्रहों से खास नाता, कौन-सा ग्रह अशुभ हो तो किस रंग की चीजों का दान करें?
Rangpanchami 2023: इस मंदिर में होती है देवी सीता की पूजा, नहीं है श्रीराम की प्रतिमा, रंगपंचमी पर लगता है मेला
Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें। आर्टिकल पर भरोसा करके अगर आप कुछ उपाय या अन्य कोई कार्य करना चाहते हैं तो इसके लिए आप स्वतः जिम्मेदार होंगे। हम इसके लिए उत्तरदायी नहीं होंगे।