Watch Video: 5 प्वाइंट्स में समझिए क्यों संजय सिंह की गिरफ्तारी आम आदमी पार्टी के लिए है बड़ा झटका
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह की गिरफ्तारी बुधवार को हुई। दिल्ली शराब घोटाले के मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया है। हालांकि उनकी गिरफ्तारी पार्टी के लिए एक बड़ा झटका है।
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह की गिरफ्तारी के पार्टी को बड़ा झटका लगा है। शराब घोटाले में 10 घंटे तक चली पूछताछ के बाद उन्हें अरेस्ट किया गया। संजय सिंह ने गिरफ्तारी से पहले कहा कि जिसके सिर पर मां का आशीर्वाद हो उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। हर क्रांतिकारी को जेल देखनी होती है। हालांकि संजय सिंह की गिरफ्तारी आम आदमी पार्टी के लिए कई मामलों में बड़ा झटका है।
1- मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद निभाई अहम जिम्मेदारी
दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद संजय सिंह केजरीवाल के सेकंड इन कमांड बन गए थे। कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संजय सिंह के कंधों पर थी। वह पार्टी के अहम फैसलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे।
2- हिंदी भाषी राज्यों में पार्टी ने संजय सिंह को रखा आगे
यूपी के सुल्तानपुर से आने वाले संजय सिंह को पार्टी ने हिंदी भाषी राज्यों में आगे रखा था। वह पार्टी के मुद्दों पर खुलकर बोलते थे। संजय सिंह की पहचान मुखर नेताओं के तौर पर होती है। संजय सिंह के जेल जाने के बाद पार्टी को हिंदी भाषी राज्यों के लिए दूसरे नेता की तलाश फिलहाल विकल्प के तौर पर करनी होगी।
3- यूपी निकाय चुनाव में संजय की बदौलत खुला 'आप' का खाता
यूपी के निकाय चुनाव में इस साल आम आदमी पार्टी का खाता संजय सिंह की मेहनत की बदौलत ही खुल पाया। कई जिलों में पार्टी के कुछ प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की। विधानसभा चुनाव में भले ही पार्टी को वह सफलता हाथ न लगी हो लेकिन निकाय चुनाव में मेहनत रंग लाई।
4- INDIA गठबंधन में तालमेल की जिम्मेदारी
संजय सिंह की राजनीतिक समझ काफी अच्छी है। वह वरिष्ठ नेता होने की वजह से अन्य दलों के साथ होने वाली बैठकों में भी जाते हैं। वह विपक्षी दलों के गठबंधन की बैठक में भी नजर आते हैं। विपक्षी दलों और आप के बीच तालमेल की जिम्मेदारी भी उनके ही कंधों पर है।
5- संसद में अलग-अलग मुद्दे उठाकर किया सरकार का घेराव
संसद के किसी भी सत्र के दौरान संजय सिंह तत्कालीन मुद्दों को लेकर सरकार का घेराव करते हैं। इसके चलते कई बार उन्हें सस्पेंड भी होना पड़ता है।