महाराष्ट्र में अजीत पवार की बगावत के बाद पोस्टर वॉर शुरू हो गया है। इस बीच उद्धव और राज ठाकरे की तस्वीर वाला एक पोस्टर चर्चाओं में है। इस पोस्टर में दोनों से साथ आने की अपील की गई है।
अजित पवार अब महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम हैं। उनके साथ अदिति तटकरे को मंत्री बनाया गया है। अभी तक शिंदे-फडणवीस सरकार में कोई महिला मंत्री नहीं थीं। जिसके कारण शिंदे सरकार की अलोचना भी होती थी। इसी से बचने के लिए उन्हें मिनिस्टर पद दिया है।
NCP में टूट के बाद सोमवार को शरद पवार ने रैली कर शक्ति प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र को अपनी एकता दिखानी होगी। भाजपा चुनी हुई सरकारों को गिरा रही है।
लोकसभा चुनाव 2024 (2024 Lok Sabha Polls) से पहले एनसीपी में फूट हो गई है। भतीजे अजित पवार की बगावत से शरद पवार की पार्टी संकट में है। इससे विपक्षी एकता और लोकसभा चुनाव को लेकर उनकी तैयारी भी प्रभावित हो रही है।
एनसीपी ने अजीत पवार (Ajit Pawar) समेत 9 विधायकों के खिलाफ अयोग्यता याचिका दायर की है। महाराष्ट्र एनसीपी अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा कि 9 विधायक पार्टी नहीं हो सकते। हमने चुनाव आयोग से भी संपर्क किया है।
एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले (Supriya Sule) ने कहा है कि अजीत पवार हमेशा उनके बड़े भाई रहेंगे। अगर बागी लौट आते हैं तो उन्हें खुशी होगी।
एनसीपी के स्थापना दिवस पर पार्टी चीफ शरद पवार ने दो कार्यकारी अध्यक्षों की नियुक्ति की थी। एक कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले को बनाया तो दूसरा कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल को बनाया।
रविवार को एक नाटकीय परिदृश्य में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अजीत पवार 8 अन्य विधायकों के साथ एनडीए ज्वाइन करने का ऐलान किया। वह अचानक से राजभवन पहुंचे। समर्थन लेटर राज्यपाल को सौंपा और खुद उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
महाराष्ट्र की राजनीति के सबसे माहिर रणनीतिकार शरद पवार को जोरदार झटका लगा है। कहते हैं कि महाराष्ट्र में सरकार चाहें किसी की भी हो लेकिन शरद पवार के इशारे के बिना वह बनती नहीं है लेकिन इस बार इस मराठा क्षत्रप को भनक तक नहीं लगी।
भतीजे के एक बार फिर अचानक से बीजेपी के साथ हाथ मिलाने के साथ उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लिए जाने पर पवार ने कहा कि मैंने कल पार्टी नेताओं की एक बैठक बुलाई है और वहां हम इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे।