बीते दिनों मैनपुरी में नवोदय विद्यालय की छात्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। उसका शव फांसी के फंदे से लटकता मिला था। शुक्रवार को शिवपाल मृतका के घर पहुंचे थे, जहां उन्होंने पीड़ित परिवार की हर संभव मदद करने की बात कही।
सड़क पर बनी इस सुरंग को देखिए! यह सड़क करीब 10 साल पहले बनाई गई थी, लेकिन यह गड्ढा अब सामने आया है। लोग हैरान हैं कि इतनी बड़ी लापरवाही कैसे की गई? अब तक सैकड़ों वाहन इसके ऊपर से गुजरे, लेकिन ऊपरवाले का शुक्र रहा कि कोई नीचे नहीं टपका।
शौक पूरा करने इंसान क्या-क्या नहीं करता, यह आदमी इसका एक चौंकाने वाला उदाहरण है। इस आदमी के खून में देशसेवा का जज्बा दौड़ रहा है, लेकिन दिमाग ठिकाने नहीं है।
मध्य प्रदेश में सामने आए हनी ट्रैप के केस में नए सनसनीखेज खुलासे हुए हैं। पकड़ी गईं महिलाओं के नेताओं और अफसरों से अच्छे संबंध थे। ये अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी देकर करोड़ों रुपए की डिमांड करती थीं।
शाहजहांपुर के स्वामी सुखदेवानंद विधि महाविद्यालय में एलएलएम करने वाली एक छात्रा ने 24 अगस्त को एक वीडियो वायरल करके चिन्मयानंद पर आरोप लगाया था। उसने कहा था, पूर्व केंद्रीय मंत्री ने उसके अलावा कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद कर दी है।
मामला कल्याणपुर थाना क्षेत्र का है। यहां रहने वाली महिला ने बताया, 2 दिन पहले पति घर में दोस्तों के साथ शराब पी रहा था और जुआ खेल रहा था। वो सब बहुत गंदी-गंदी बात कर रहे थे।
कुशीनगर के पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार मिश्रा ने बताया, स्थानीय भाजपा विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी के बेटे दिव्येन्दु मणि त्रिपाठी ने दिग्विजय के खिलाफ पुलिस को लिखित शिकायत दी थी।
इंदौर नगर निगम के एक अधिकारी की शिकायत पर मध्यप्रदेश पुलिस ने मोहपाश (हनीट्रैप) के आरोप में पांच महिलाओं और उनके वाहन चालक को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद सभी छह आरोपियों को अदालत में पेश किया जहां से उन्हें तीन दिन की पुलिस रिमांड पर सौंप दिया गया।
वाराणसी के हैदराबाद गेट के पास रहने वाले गणेश शंकर चतुर्वेदी का बेटा आयुष सेंट्रल हिंदू ब्वॉयज स्कूल में 11वीं का छात्र है। स्कूल में इन दिनों राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती को लेकर आयोजित कार्यक्रमों के लिए तैयारियां चल रही हैं।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पर निशाना साधते हुए गुरुवार को कहा कि वे वोटों की राजनीति में कामयाब होने के लिये महात्मा गांधी और सरदार पटेल का नाम जप रहे हैं।