बूंदी, राजस्थान. जिंदगी की खुशियां कब मातम में बदल जाएं..कोई नहीं जानता। यह हादसा इसी का दिल दहलाने वाला उदाहरण है। एक हादसे ने सिर्फ 24 लोगों की जिंदगियां नहीं छीनीं, बल्कि उनसे जुड़े कई लोगों को जिंदगीभर का सदमा दे दिया है। बता दें कि 26 फरवरी को एक बस हादसे में इन लोगों की मौत हो गई थी। मामा पक्ष के ये लोग अपनी भांजी प्रीति की शादी का भात लेकर कोट से सवाई माधोपुर जा रहे थे। इसी बीच सुबह करीब 10 बजे बूंदी की मेज नदी में उनकी बस गिर गई थी। बस में 30 लोग सवार थे। मरने वालों में 10 एक ही परिवार के थे। इस हादसे के बाद स्थिति यह है कि कई घरों में चूल्हा नहीं जला। शुक्रवार को जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे, तो वहां का मंजर देखकर खुद भी अपने आंसू नहीं रोक पाए। एक बच्चा उनसे लिपटकर रो पड़ा।