गोरखपुर (Uttar Pradesh) । सैकड़ों की संख्या में मृत चमगादड़ों के मिलने से बेलघाट गांव के लोग दहशत में है। ये चमगादड़ आम के पेड़ और जमीनों पर मृत पाए गए हैं। जिस पेड़ पर ये जमगादड़ मृत लटके हुए पाए गए हैं उसके फल तोड़ने से लोग डर रहे हैं। वहीं, वन विभाग ने सभी चमगादड़ों को एकत्रित कर पोस्टमार्टम के लिए बरेली भेजा है। फिलहाल इन चमगादड़ों की मौत का कारण पानी की कमी बताया जा रहा है।
वीडियो देखने के बाद जिस युवक से किशोरी का रिश्ता तय हुआ था, उसने शादी करने से इनकार कर दिया। इससे हंगामा खड़ा हो गया। गांव में पूरे मामले को लेकर पंचायत बैठी। किशोरी, उसके प्रेमी व जिस युवक से रिश्ता तय हुआ था, तीनों पक्षों को बुलाया गया।
एक महिला ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया और दम्पति ने उनका नाम क्वारेंटाइन और सैनेटाइज़र रखा है। दंपत्ति का कहना है कि जिन दिनों और हालातों में इनका जन्म हुआ है वह लम्बे समय तक याद रखा जाएगा। इसलिए इनका नाम भी हालातों के अनुसार ही रखा गया है।
सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना की जांच कर आरोपी पिता-पुत्र के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया। एएसपी आशुतोष शुक्ल ने कहा है कि प्रेमिका के बुलाने पर प्रेमी गया था। घर से निकलते समय पिता और भाई ने देख लिया, जिसके बाद उसकी हत्या कर दी गई।
जालौन जिले में कोरोना संक्रमण के अब तक 42 लोग संक्रमित मिले हैं। इनमें से 2 की मौत हो चुकी है। 35 मरीज ठीक हो चुके हैं। जिले में अब तक कुल 1468 लोगों के टेस्ट हुए हैं।
हाईस्कूल की परीक्षा दो बार फेल होने के बाद पढ़ाई छोड़ने वाले ट्रक चालक व उसके अनपढ़ चाचा ने अधिकारियों पर रौब ग़ालिब करने का अनोखा तरीका निकाला। ट्रक चालक अपने अनपढ़ चाचा के साथ फर्जी आइपीएस बनकर ठगी करने लगा
युवक और युवती में दो साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। युवती का कहना है कि रात में लालमणि घर पहुंचा। शादी के लिए कहा. जब उसने इनकार किया तो इससे नाराज होकर उसने पास ही रखे हंसिया से पहले मां को मारा और फिर पिता की हत्या कर दी।
दोनों की मौत के बाद गांव के लोग भी दुखी हो गए। वे अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए परिवार के लोगों का ढांढस बंधाया, जिसके बाद पति-पत्नी की अर्थी एक साथ उठाई गई। अंतिम संस्कार में गए हर व्यक्ति के मुंह से एक ही बात निकल रही थी कि पति-पत्नी के बीच ऐसा अटूट प्यार पहली बार देखा है।
लखनऊ(Uttar Pradesh). कोरोना महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन किया गया है। लॉकडाउन के कारण पूरे देश में बंद हुए काम-धंधों के कारण प्रवासी मजदूरों का अपने घरों को पलायन लगातार जारी है। आंकड़ों की मानें तो अकेले यूपी में तकरीबन 25 लाख लोगों की घर वापसी हो चुकी है। इतनी बड़ी तादात में मजदूरों/कामगारों के वापस आने के बाद अब उनके सामने रोजगार की समस्या खड़ी हुई गई है। इसके लिए सूबे की योगी सरकार ने बड़े पैमाने पर लोगों को उनकी योग्यता के आधार पर रोजगार मुहैया करवाने के लिए युध्द स्तर पर काम कर रही है। अब इसके साथ ही आवास विहीन प्रवासी श्रमिकों को घर भी देने की दिशा में सरकार ने अहम कदम बढ़ाया है।
सरकार के आदेश के बाद सुप्रीम कोर्ट ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश दिया था कि कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर जिन कैदियों को सात साल की जेल हुई है, उन्हें पैरोल या अंतरिम जमानत पर रिहा करने पर विचार करने के लिए उच्चस्तरीय समितियों का गठन किया जाए।