स्कूलों में अप्रैल महीने से सत्र शुरू हो चुका है और चार महीने बीतने को हैं लेकिन अभी तक बच्चे बिना किताबों के ही पढ़ने को मजबूर हैं। बता दें कि सर्व शिक्षा अभियान के तहत परिषदीय स्कूलों में बच्चों को निशुल्क पाठ्य पुस्तकें, ड्रेस, जूते-मोजे और बैग बांटे जाते हैं।