दक्षिण अफ्रीका के डरबन के एक लैब में किए गए स्टडी के अनुसार कोरोना का वायरस खुद को और अधिक खतरनाक बना रहा है। इसके चलते आने वाले दिनों में कोरोना महामारी और खतरनाक रूप लेकर लौट सकती है।
अभी कोरोना (Corona) को लेकर दुनिया पूरी तरह से संभली भी नहीं है कि चीन से एक और बुरी खबर आ रही है। यहां के बाजारों में 18 हाई रिस्क वायरस (18 High Risk Viruses) पाए गए हैं, जो इंसानों के लिए खतरनाक (Dangerous For Human) हो सकते हैं।
कोरोनावायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) की वजह से लंबे समय से न सिर्फ स्कूल, बल्कि कॉलेज और यूनिवर्सिटीज भी बंद हैं। केंद्र सरकार ने अनलॉक 4.0 के दौरान ही कॉलेज और यूनिवर्सिटीज को खोलने की मंजूरी दे दी थी। इसे लेकर अब यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (UGC) ने गाइडलाइन्स जारी की है।
देश में कोरोनावायरस महामारी के बढ़ते खतरे को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने ट्वीट कर लोगों को एकजुटता दिखाने का संदेश दिया है।
कोरोनावायरस महामारी के इस दौर में डिप्रेशन की समस्या काफी बढ़ती जा रही है। हर उम्र के लोग तनाव, चिंता और अवसाद की समस्या से जूझ रहे हैं। जब यह समस्या ज्यादा बढ़ जाती है, तो लोग सुसाइड जैसा कदम भी उठा लेते हैं।
कोरोनावायरस महामारी ने लोगों की लाइफ को कई तरह से प्रभावित किया है। इसकी वजह से प्रेमी जोड़े आपस में मिल नहीं पा रहे हैं। कोरोनावायरस महामारी ने पार्टनर्स के बीच एक दूरी पैदा की है।
कोरोनावायरस महामारी कम होने का नाम नहीं ले रही है। इससे लोगों के जीवन में बहुत बदलाव आ गया है। इस महामारी की वजह से लोग काफी मानसिक दबाव महसूस करने लगे हैं। उनमें तनाव की समस्या बढ़ रही है। इसका असर रिश्तों पर भी पड़ रहा है।
कोरोनावायरस महामारी की वजह से कमोबेश सभी लोग मानसिक परेशानी के दौर से गुजर रहे हैं, लेकिन महिलाओं पर इसका ज्यादा असर पड़ा है। इसकी वजह यह है कि महिलाओं पर घर-परिवार की जिम्मेदारी ज्यादा होती है।
कोरोनावायरस महामारी का प्रकोप लगातार बढ़ता ही चला जा रहा है। इस महामारी की वजह से लोगों में चिंता, तनाव और डिप्रेशन की समस्या पैदा हुई है। छोटे-छोटे बच्चे तक इस समस्या के शिकार हो रहे हैं।
कोरोना वायरस महामारी के दौरान लोगों में डिप्रेशन का खतरा बढ़ता जा रहा है। ज्यादातर लोग मानसिक तनाव, चिंता और अवसाद के शिकार हो रहे हैं। इस दौरान लोग आत्महत्या भी करने लगे हैं।